Sunday, June 29, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

भाजपा जिला कार्यालय में मनाई अहिल्याबाई होल्कर की जयंती भाजपा उनकी 300वीं जयंती को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से देश भर में जनसहयोग से मना रही

रूद्रपुर। भाजपा जिला कार्यालय में रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें सांसद अजय भट्ट, विधायक शिव अरोरा, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, महापौर विकास शर्मा, दर्जा मंत्री उत्तम दत्ता सहित अन्य भाजपा नेताओं ने विचार रखते हुए रानी अहिल्या बाई होल्कर के आदर्शों परचलने का आहवान किया। अतिथियों ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी,देवी अहिल्याबाई होल्कर जी के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। सांसद  भट्ट ने अहिल्याबाई होल्कर के जीवन को रेखांकित करते हुए कहा कि अहिल्या बाई होल्कर 1767 से 1795 तक इंदौर स्थित होल्कर रियासत की मराठा रानी थीं। उन्हें एक महान शासक और दार्शनिक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने तीस वर्षों तक कुशलतापूर्वक शासन किया था। उनका शासन न्याय धर्म ओर लोक कल्याण के लिए जाना जाता है। उनका जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था, लेकिन उनकी तीक्ष्ण बुद्धि को देखकर गांव वालों ने कह दिया था कि यह लड़की काफी आगे बढ़ेगी। बहुत कम उम्र में ही अहिल्याबाई के पति का निधन हुआ और जब महारानी बनीं तो उन्होंने जीवन के परिचय देने की शुरुआत की। उनकी जीवनी से उनके कार्य एवं विचार आज भी प्रासंगिक हैं। महापौर ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर भारतीय इतिहास में एक महान और प्रेरणादायक शख्सियत हैं, जिन्होंने अपने कुशल शासन और परोपकारी कार्यों से लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया। उत्तराखंड में गौचर को गौचर का नाम देने में रानी अहिल्याबाई की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसी तरह बदरीनाथ, केदारनाथ, काशी विश्वनाथ आदि तमाम धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार एवं मंदिरों के निर्माण में उनका योगदान है। भाजपा उनकी 300वीं जयंती को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से देश भर में जनसहयोग से मना रही है। ऐसे ही कार्यक्रमों को भाजपा महिला मोर्चा जिले एवं विधानसभा स्तर पर आयोजित करेंगी। अहिल्याबाई को एक यशस्वी महारानी, लोक सेविका और लोक नेता के रूप में याद की किया जाता है। उनका जन्म तब हुआ था, जब महिलाओं के लिए शिक्षा प्राप्त करना भी आसान नहीं था। लेकिन तत्कालीन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने राज्य के शासन को संभाला। साथ ही धार्मिक एवं सामाजिक सुधारों के कार्यों को भी आगे बढ़ाया। उनके शौर्य और कृत्यों को याद करते हुए उनके आदर्शों पर चलने का प्रयास भाजपा लगातार कर रही है।

Popular Articles