रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष के बीच रविवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने बड़ा एलान किया है। रविवार को उन्होंने कहा कि अगर ब्रिटेन और यूरोप की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरत पड़ी, तो वह यूक्रेन में सेना भेजने के लिए तैयार हैं। उन्होंने डेली टेलीग्राफ़ में लिखा कि ब्रिटेन रूस के खिलाफ़ युद्ध में यूक्रेन का समर्थन कर रहा है, और अगर ज़रूरत पड़ी तो यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने के लिए अपने सैनिकों को जमीन पर उतारना जरूरी हो सकता है। साथ ही स्टार्मर ने बताया कि वह सोमवार को पेरिस में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होंगे, जहां वह यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने के लिए अमेरिका के प्रयासों पर बढ़ती चिंताओं को संबोधित करेंगे। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी मिलेंगे। साथ ही यूरोप व अमेरिका के साथ मिलकर काम करने के लिए ब्रिटेन की विशेष भूमिका को सुनिश्चित करेंगे।
साथ ही अपने बयान में ब्रिटिश पीएम ने दी कि यूरोपीय देशों को डर है कि अगर यूक्रेन को अमेरिका द्वारा कोई बुरा समझौता स्वीकार करने के लिए मजबूर किया गया, तो पुतिन इसे अपनी जीत मान सकते हैं और यूरोप को रूस की दया पर छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने महाद्वीप की सामूहिक सुरक्षा के लिए एक पीढ़ी में एक बार आने वाले क्षण का सामना कर रहे हैं। यह केवल यूक्रेन के भविष्य का सवाल नहीं है, यह पूरे यूरोप के अस्तित्व का सवाल है।
इसके अलावा उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जिक्र करते कहा कि अमेरिकी समर्थन महत्वपूर्ण रहेगा और स्थायी शांति के लिए अमेरिकी सुरक्षा गारंटी जरूरी है, क्योंकि केवल अमेरिका ही पुतिन को फिर से हमले से रोक सकता है। बता दें कि 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को तीन साल हो जाएंगे। इससे पहले स्टार्मर जर्मनी, इटली, पोलैंड, स्पेन, नीदरलैंड और डेनमार्क के अन्य नेताओं के साथ बैठक में शामिल होने की उम्मीद करते हैं।