ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर इन दिनों अमेरिका में हैं। अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान वह यूक्रेन के समर्थन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात कर रहे हैं। दोनों नेताओं की बातचीत का प्रमुख केंद्र यह है कि यूक्रेन को रूस में लक्ष्यों को हिट करने के लिए पश्चिमी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाए या नहीं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की महीनों से सहयोगियों से अनुरोध कर रहे हैं कि यूक्रेन को लंबी दूरी की अमेरिकी एटीएसीएमएस और ब्रिटिश स्टॉर्म शैडो सहित पश्चिमी मिसाइलों को रूस में दागने की अनुमति दी जाए, ताकि रूस की हमले शुरू करने की क्षमता को सीमित किया जा सके।अमेरिका यूक्रेन द्वारा रूस में लक्ष्यों के खिलाफ लंबी दूरी की मिसाइलों के उपयोग को मंजूरी देने के लिए तैयार है, बशर्ते कि ये हथियार संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा प्रदान किए गए न हों। अमेरिका जाते समय ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टार्मर ने कहा, ‘बेशक हम इस दौर में कई चीजों के बारे में बात करेंगे, लेकिन यह व्यक्तिगत निर्णयों की एक श्रृंखला नहीं है, जिस पर हम पहुंचना चाहते हैं। यह सुनिश्चित कर रहा है कि हमने जो भी निर्णय लिए हैं वे रणनीतिक संदर्भ में हैं।’ इससे पहले, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी के बीच इस मुद्दे को लेकर वार्ता हो चुकी है। इस दौरान दोनों सहयोगियों ने यूक्रेन के लिए नए समर्थन की पेशकश की, लेकिन मिसाइल उपयोग पर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई। बुधवार को लैमी ने सुझाव दिया कि चर्चा शुक्रवार के बाद भी जारी रह सकती है, जिससे स्टार्मर की वाशिंगटन यात्रा से ठोस घोषणा की उम्मीदें कम हो गईं।
वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा था कि अगर पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को रूसी क्षेत्र पर पश्चिमी निर्मित लंबी दूरी की मिसाइलों से हमला करने की अनुमति दी तो पश्चिमी देश सीधे तौर पर रूस के साथ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यह कदम संघर्ष की प्रकृति और दायरे को बदल देगा।