रवि गांधी ने कोलकाता में स्थित मुख्यालय, विशेष महानिदेशक, पूर्वी कमान, बीएसएफ के नए अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) के रूप में पदभार संभाला। उन्होंने आइपीएस सोनाली मिश्रा का स्थान लिया है, जो बीएसएफ में सात साल की प्रतिनियुक्ति अवधि पूरी होने पर हाल में अपने मूल कैडर मध्य प्रदेश पुलिस में लौट गईं हैं। उनके जाने के बाद से 28 फरवरी से एडीजी का पद रिक्त था।
बीएसएफ की पूर्वी कमान, कोलकाता पर ही बंगाल से लेकर पूर्वोत्तर में असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम तक 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। यह बेहद संवेदनशील सीमा है, जो तस्करी व घुसपैठ के लिए कुख्यात रहा है। इसके अलावा, मणिपुर में मौजूदा उथल-पुथल के बीच शांति बनाए रखने के लिए बीएसएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है, जिनकी निगरानी इस मुख्यालय से ही की जाती है।
बीएसएफ ने एक बयान में बताया कि रवि गांधी 1986 बैच के बीएसएफ कैडर के अधिकारी हैं, जिन्होंने राष्ट्र के लिए 37 वर्षों से अधिक की बेदाग और प्रतिबद्ध सेवा की है। उन्हें एक अक्टूबर, 2023 को एडीजी के पद पर पदोन्नत किया गया था। उन्होंने बीएसएफ में स्टाफ, प्रशिक्षण और संचालन में विभिन्न प्रतिष्ठित कार्यभार संभाले हैं। उन्होंने भारत की पूर्वी और पश्चिमी सीमाओं पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है। वह अपने पेशेवर कौशल, मातृभूमि की सेवा में अटूट प्रतिबद्धता और समर्पण के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 1996 से 1997 तक बोस्निया में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए भी काम किया है।
रवि गांधी बीएसएफ के सबसे प्रतिष्ठित अधिकारियों में से एक हैं। अपने करियर में उनके समर्पण, कड़ी प्रतिबद्धता और परिश्रम के लिए कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है, जिसमें वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक सहित विशिष्ट व सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक शामिल हैं।
पदभार संभालने पर यहां लार्ड सिन्हा रोड स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय परिसर में उन्हें गार्ड आफ आनर भी दिया गया। उन्होंने पूर्वी कमान के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक भी की। उन्हें स्टाफ अधिकारियों ने विस्तार से जानकारी दी। गांधी ने सभी अधिकारियों व जवानों से इसी तरह पूर्ण समर्पण, ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का आह्वान किया।