पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के रण का बिगुल आज से औपचारिक रूप से बजने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (24 अक्तूबर) को राज्य में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे। वे समस्तीपुर से अपने अभियान का शंखनाद करेंगे और दिन में दो बड़ी जनसभाओं को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे बिहार की जनता से एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन की अपील करेंगे और विपक्ष पर करारा प्रहार कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार सुबह 11 बजे समस्तीपुर के कर्पूरी ग्राम पहुंचेंगे, जहां वे भारत रत्न स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वे अपने चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत करेंगे।
पहली जनसभा दोपहर 12:15 बजे समस्तीपुर में और दूसरी दोपहर 2 बजे बेगूसराय में होगी। इन दोनों सभाओं में बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना है। पार्टी नेताओं के अनुसार, मोदी की रैलियां राज्य के राजनीतिक माहौल को नया मोड़ देंगी।
चुनावी दौरे से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के तहत बिहार के युवा कार्यकर्ताओं से वर्चुअल बातचीत की। इस दौरान उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर तीखा हमला बोला और उसे “लठबंधन” करार दिया।
उन्होंने कहा, “जो खुद को गठबंधन कहते हैं, उन्हें बिहार की जनता ‘लठबंधन’ कहती है। इन दलों का एकमात्र मकसद सत्ता हासिल करना है। इन्हें बिहार के युवाओं की कोई परवाह नहीं। दशकों तक बिहार नक्सलवाद और माओवादी हिंसा से पीड़ित रहा है, और इन्हीं दलों ने उस दौर को बढ़ावा दिया।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार को जंगलराज के अंधेरे से निकालकर विकास की नई रोशनी में लाया है। उन्होंने कहा, “माओवादी आतंक ने स्कूल, कॉलेज और अस्पतालों को खत्म कर दिया था। हमने 2014 से लगातार प्रयास कर बिहार को उस भय और पिछड़ेपन से बाहर निकाला है।”
प्रधानमंत्री मोदी की दोनों सभाओं में केंद्र सरकार और राज्य की एनडीए सरकार की विकास योजनाओं पर फोकस रहेगा। वे गरीबों के लिए आवास, किसानों के लिए समर्थन मूल्य, रोजगार सृजन, और बुनियादी ढांचे में निवेश जैसे मुद्दों को प्रमुखता से रखेंगे।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, इन रैलियों से बिहार में भाजपा के चुनावी अभियान को नई गति मिलेगी और राज्य में एनडीए के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश होगी।
प्रधानमंत्री मोदी का बिहार का अगला दौरा 30 अक्तूबर को प्रस्तावित है। उस दिन वे मुजफ्फरपुर और छपरा में दो और विशाल रैलियों को संबोधित करेंगे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री की इन सभाओं के जरिए बिहार के लगभग आधे हिस्से को कवर करने की रणनीति तैयार की गई है, ताकि चुनावी माहौल को एनडीए के पक्ष में मोड़ा जा सके।
बिहार की सियासी जमीन पर आज प्रधानमंत्री मोदी के अभियान की शुरुआत के साथ ही चुनावी सरगर्मी अपने चरम पर पहुंच गई है। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि पीएम मोदी अपने भाषणों में क्या संदेश देते हैं और इसका राज्य के मतदाताओं पर क्या असर पड़ता है।





