बागेश्वर। उत्तराखंड की बेटियों ने एक बार फिर खेल के मैदान में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। बागेश्वर जिले की उभरती हुई ताइक्वांडो खिलाड़ी आलिशा मनराल ने हैदराबाद में आयोजित 41वीं राष्ट्रीय सीनियर ताइक्वांडो प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। इस जीत के साथ ही आलिशा सीनियर वर्ग में नेशनल चैंपियन बनने वाली जिले की प्रमुख खिलाड़ी बन गई हैं।
शानदार जीत का सफर
- कांटे की टक्कर: प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में आलिशा का सामना गुजरात की अनुभवी खिलाड़ी से था। आलिशा ने अपने बेहतरीन तकनीक और फुर्ती का प्रदर्शन करते हुए प्रतिद्वंद्वी को पछाड़कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
- पूमसे वर्ग में भी पदक: आलिशा की इस उपलब्धि के साथ ही बागेश्वर के अन्य खिलाड़ियों ने भी चमक बिखेरी। विवेक नेगी, जगदीश और दिवाकर कुमार की टीम ने पूमसे वर्ग (Poomsae) में रजत पदक जीतकर प्रदेश का मान बढ़ाया।
- उपलब्धियों की लंबी फेहरिस्त: आलिशा इससे पहले जूनियर नेशनल और स्कूली नेशनल खेलों में भी स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। उनकी निरंतरता और कड़ी मेहनत का ही परिणाम है कि वे अब सीनियर स्तर पर भी चैंपियन बनकर उभरी हैं।
- तीलू रौतेली पुरस्कार: खेल के क्षेत्र में आलिशा के असाधारण योगदान के लिए उन्हें हाल ही में प्रतिष्ठित ‘तीलू रौतेली पुरस्कार 2025’ से भी सम्मानित किया गया था।
- कोच का मार्गदर्शन: आलिशा की इस सफलता के पीछे उनके कोच कमलेश तिवारी, गोकुल खेतवाल और जगदीश जोशी का कुशल मार्गदर्शन रहा है। जिले के खेल प्रेमियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने इस बड़ी जीत पर खुशी जताई है।
सीनियर नेशनल चैंपियन बनने के बाद अब आलिशा की नजरें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने पर हैं। उनकी इस सफलता से बागेश्वर और उत्तराखंड के अन्य युवा खिलाड़ियों को नई प्रेरणा मिली है।





