द्विपक्षीय संबंधों में आई खटास के बाद इटली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहली मुलाकात के बाद कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के सुर बदले हैं। मोदी से मिलने के बाद ट्रूडो बोले, भारत के साथ कई बड़े मुद्दों पर हम साथ हैं। यह आर्थिक-राष्ट्रीय सुरक्षा पर भारत की नई सरकार से चर्चा का मौका है। गत वर्ष सितंबर से दोनों देशों में जारी अनबन के बीच यह दोनों प्रधानमंत्रियों की पहली मुलाकात थी। जी-7 से लौटकर ट्रूडो ने कहा, शिखर सम्मेलन की सबसे अच्छी बात यह है कि आपको विभिन्न नेताओं से सीधे बात करने का मौका मिलता है। भारत के साथ, हमारे लोगों के बीच गहरे संबंध हैं। कई बड़े मुद्दों पर सहमति है जिन पर हमें वैश्विक समुदाय के तौर पर एक लोकतंत्र के रूप में काम करने की जरूरत है। लेकिन अब जब मोदी चुनाव जीत चुके हैं, तो मुझे लगता है कि हमारे लिए बातचीत करने का मौका है। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा व कनाडाई लोगों की सुरक्षा और कानून के शासन से जुड़े कुछ बहुत गंभीर मुद्दे शामिल हैं। हम इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इससे पहले यह पूछे जाने पर कि क्या कनाडा प्रधानमंत्री मोदी को अगले साल शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने पर विचार करेगा, ट्रूडो ने कहा, कनाडा के लोग जी-7 की मेजबानी के लिए इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, इस साल के बाकी महीनों के लिए इटली जी-7 का अध्यक्ष है। मैं प्रधानमंत्री मेलोनी और जी-7 भागदीरों के साथ उन मुद्दों पर काम करने को लेकर उत्सुक हैं, जिनके बारे में हमने बात की है। अगले साल जब हम जी-7 की अध्यक्षता ग्रहण करेंगे, तो हमारे पर इसके बारे में कहने के लिए बहुत कुछ होगा।
2025 का शिखर सम्मेलन कनाडा के अल्बर्टा के कनानासकिसी में आयोजित होगा। इस साल, जी-7 शिखर सम्मेलन 13 से 15 जून तक इटली के अपुलिया क्षेत्र में हुआ। इस सम्मेलन में यूरोपीय संघ के साथ-साथअमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जापान, इटली, जर्मनी और फ्रांस के शीर्ष नेता शामिल हुए।





