Wednesday, October 29, 2025

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प्रधानमंत्री Narendra Modi आज मुम्बई में: “मैरिटाइम लीडर्स कॉन्क्लेव” को संबोधित करेंगे, ग्लोबल सीईओ फोरम की अध्यक्षता भी करेंगे

मुम्बई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (29 अक्टूबर 2025) को मुम्बई का दौरा करेंगे, जहाँ वे देश के सबसे बड़े समुद्री आयोजनों में से एक India Maritime Week 2025 में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री दोपहर करीब 4 बजे Maritime Leaders Conclave को संबोधित करेंगे और उसके बाद Global Maritime CEO Forum की अध्यक्षता करेंगे। यह आयोजन मुम्बई के गोरेगांव (पूर्व) स्थित NESCO Exhibition Centre में हो रहा है।
India Maritime Week 2025 का आयोजन 27 से 31 अक्टूबर तक किया जा रहा है। इसकी थीम “Uniting Oceans, One Maritime Vision” रखी गई है, जिसके तहत भारत की समुद्री क्षमता, ब्लू इकॉनमी और समुद्री नवाचार को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया है। इस कार्यक्रम में 85 से अधिक देशों के प्रतिनिधि, एक लाख से अधिक प्रतिभागी और 500 से ज्यादा प्रदर्शक शामिल हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन इस बात का संकेत है कि केंद्र सरकार आने वाले दशक में समुद्री क्षेत्र को अपनी विकास प्राथमिकताओं के केंद्र में रख रही है। सरकार ‘पोर्ट-लीड डेवलपमेंट’, ‘शिपबिल्डिंग’, ‘स्मार्ट लॉजिस्टिक्स’ और ‘मैरिटाइम स्किल-बिल्डिंग’ जैसे चार रणनीतिक स्तंभों के माध्यम से भारत को एक प्रमुख समुद्री शक्ति बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
आयोजन को लेकर मुम्बई में सुरक्षा और यातायात के विशेष इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन ने वैकोला फ्लाईओवर से लेकर दहिसर टोल नाके तक भारी वाहनों के प्रवेश पर 29 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से रात 9 बजे तक प्रतिबंध लगा दिया है।

यह आयोजन न केवल समुद्री व्यापार और लॉजिस्टिक्स पर केंद्रित है, बल्कि ग्रीन शिपिंग, रिजिलिएंट सप्लाई चेन और इनक्लूसिव ब्लू इकॉनमी जैसे विषयों पर भी वैश्विक संवाद का मंच बन रहा है।
इस सम्मेलन से उम्मीद की जा रही है कि भारत के तटीय ढांचे और बंदरगाह क्षमता को वैश्विक मानकों तक ले जाने की दिशा में तेजी आएगी। इसके साथ ही शिपबिल्डिंग, क्रूज़ पर्यटन और समुद्री सेवाओं में निवेश और साझेदारी के नए अवसर खुलेंगे। ‘मेक-इन-इंडिया’ और ‘ब्लू इकॉनमी’ रणनीति को भी नई दिशा और गति मिलने की संभावना है।
यह आयोजन भारत की समुद्री शक्ति और ब्लू इकॉनमी के भविष्य की दिशा तय करने वाला एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।

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