अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में लगातार हलचल मची हुई है। यहां आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।रिपब्लिकन की ओर से डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट्स की तरफ से कमला हैरिस मैदान में हैं। दोनों प्रतिद्वंद्वी एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इस बीच, ट्रंप की प्रचार टीम ने संघीय चुनाव आयोग (एफईसी) में एक शिकायत दी है। उनका कहना है अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की प्रचार टीम द्वारा जुटाए गए धन को उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को नहीं सौंपा जा सकता। गौरतलब है, रविवार को जो बाइडन ने एलान किया था कि वह राष्ट्रपति पद के चुनाव की दौड़ से बाहर हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने भारतवंशी कमला हैरिस के नाम का समर्थन किया था। हैरिस ने 50 घंटे से भी कम समय में राष्ट्रपति अभियान के लिए 11 लाख से अधिक लोगों से 10 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। इसी को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है। ट्रंप की प्रचार टीम के वकील डेविड वरिंगटन ने मंगलवार को शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने तर्क दिया कि हैरिस की प्रचार टीम को धन सौंपना 1971 के संघीय चुनाव अभियान अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन होगा। हालांकि, हैरिस की प्रचार टीम ने इन आरोपों को निराधार बताया। वरिंगटन ने बाइडन द्वारा हैरिस को करीब 10 करोड़ डॉलर का योगदान देने का आरोप लगाया है। उन्होंने शिकायत में कहा कि यह इतिहास में सबसे बड़ा उल्लंघन हैं। आयोग चुप नहीं बैठ सकता, जब एक उम्मीदवार इतना धन ले रहा है। यह पूरी तरह से गलत है। उनका कहना है, ‘कमला हैरिस जो बाइडन के प्रचार अभियान द्वारा जुटाए गए 9.15 करोड़ डॉलर को पाने की कोशिश कर रही हैं। यह संघीय चुनाव अभियान अधिनियम 1971 के इतिहास में सबसे अधिक योगदान और उल्लंघन होगा।’