कई एजेंसियों के Exit Poll ने बहुत हद तक तस्वीर साफ कर दी है| Poll of Exit Polls के अनुसार भाजपा को राजस्थान, हरियाणा और कर्नाटक में हल्का नुकसान होता दिख रहा है| हालांकि, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, असम आदि राज्यों से नुकसान से कहीं अधिक फायदा होता दिख रहा है|
सबसे बड़ी बात यह है कि केरल में भी इस बार भाजपा अपना खाता खोल रही है| यहां भाजपा 1-3 सीट जीत सकती है| तमिलनाडु में चाणक्य के अनुसार तो भाजपा 10 सीटें तक जीत सकती है| 2019 में भाजपा को यहां से एक भी सीट नहीं मिली थी| वहीं अन्य एजेंसियों की मानें तो तमिलनाडु में भाजपा 3 सीटें जीत सकती है| तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में भी भाजपा को 4 सीटों का फायदा होता दिख रहा है| असम में भी भाजपा को फायदा हो रहा है| असम में एनडीए को 12 सीटें मिल सकती हैं| आंध्र प्रदेश में भी भाजपा को 4-6 सीटें मिल सकती हैं| 2019 में भाजपा को यहां से एक भी सीट नहीं मिली थी|
महाराष्ट्र को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा थी कि भाजपा को यहां नुकसान हो सकता है, मगर शिवसेना के जाने के बाद भाजपा की सीटों की संख्या 23 रह गई. Exit Poll का आकलन है कि महाराष्ट्र में एनडीए 29 सीटें जीत सकती है| ऐसे में भाजपा की सीटों की संख्या कम होती तो नहीं दिख रही| बिहार में एनडीए को 33 सीटें मिलती दिख रहीं हैं| पिछले चुनाव में एनडीए ने 39 सीटें जीती थी| ऐसे में यहां भी भाजपा की जगह सहयोगी दलों की सीटें ही कम होती दिख रही हैं| इसका कारण है कि नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के लिए इस बार बहुत बढ़-चढ़कर प्रचार नहीं किया|





