पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के एक शीर्ष नेता ने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जल्द जेल से रिहा हो सकते हैं। उनकी इस बात से संकेत मिलता है कि सेना प्रमुख असीम मुनीर आखिरकार खान के सामने झुक सकते हैं। न्यूज एजेंसी ‘पीटीआई’ के मुताबिक, ‘पीटीआई अध्यक्ष गौहर अली खान ने दावा किया अगस्त 2023 से रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली अदियाला जेल में बंद इमरान खान को 11 जून को जमानत मिल सकती है।’ यह बयान ऐसे समय आया है, जब कुछ दिन पहले ही इमरान खान ने खुद को पीटीआई का संरक्षक घोषित किया था और जेल से ही राष्ट्रव्यापी आंदोलन का एलान किया था। गौहर का दावा उन खबरों के बाद भी आया है, जिनमें कहा गया कि इमरान की रिहाई को लेकर पर्दे के पीछे बातचीत चल रही है। हालांकि, इमरान खान ने खुद इन खबरों को सिरे से खारिज किया है। जनता में इमरान खान के लिए बढ़ते समर्थन और जेल से ही देशव्यापी आंदोलन का नेतृत्व करने के उनके फैसले ने सेना प्रमुख असीम मुनीर पर दबाव बढ़ा दिया है। पहले से ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के चलते बैकफुट पर चल रहे मुनीर अब इमरान के सामने पीछे हटते दिख रहे हैं। हालांकि, इमरान खान ने अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं कहा है। लेकिन गौहर अली खान ने कराची के एआरवाई न्यूज के हवाले से कहा कि 11 जून का दिन इमरान खान और उनकी पत्नी दोनों के लिए अहम होगा। गौहर ने यह भी स्पष्ट किया कि इमरान खान की रिहाई किसी भी समझौते के तहत नहीं होगी।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट पहले ही अल-कादिर ट्रस्ट मामले की सुनवाई को 11 जून तक के लिए टाल चुकी है। इमरान खान पर कई केस चल रहे हैं और वह अगस्त 2023 से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। वह अपनी गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताते हैं। उनकी पार्टी पीटीआई लगातार प्रदर्शन करती रही है, जिसमें नवंबर 2024 में इस्लामाबाद की घेराबंदी भी शामिल थी। जनवरी 2024 में इमरान की पत्नी बुशरा बीबी को तोशाखाना मामले में 14 साल की सजा सुनाई गई थी। उन पर राज्य को मिले तोहफों को गैरकानूनी तरीके से बेचने का आरोप है।
इमरान खान का असीम मुनीर से टकराव लंबे समय से चला आ रहा है। वह मुनीर पर उनकी सरकार गिरवाने और उन्हें जेल भिजवाने का आरोप लगाते हैं। खान का कहना है कि बुशरा बीबी की गिरफ्तारी भी मुनीर की निजी दुश्मनी का नतीजा है। उन्होंने इसे ‘बदले की भावना’ बताया था और कहा था कि जेल में उनकी पत्नी के साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है।