एहुद ओलमर्ट ने इस्राइल और हमास के बीच जारी युद्ध के बारे में एक दावा किया है। उनका कहना है कि 2008 के गाजा युद्धविराम के बाद इस्राइल और फलस्तीन ने एक ऐतिहासिक शांति का मौका गंवा दिया था। उन्होंने शांति स्थापित करने में मिली असफलता का कारण हमास के हमलों को बताया है।
इस्राइल और हमास के बीच सात अक्तूबर से चल रहे युद्ध में हमास ने इस्राइल पर पांच हजार से अधिक मिसाइलें दागी थीं। इस परिस्थिति में पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने हमास के अनचाहे हमले के कारण शांति का मौका गंवा दिया।
उन्होंने याद दिलाया कि जब उन्हें 2005 में इस्राइल के उप प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था, तब गाजा अलग था और उन्होंने गाजा में कोई कब्जा नहीं किया था। इसके बावजूद, हमास ने उनके रॉकेट हमलों की शुरुआत की, जो अब भी जारी है। इस कारण से इस्राइल को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।