अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और उनके सहयोगी ब्रायन हुक की सरकारी सुरक्षा वापस ले ली है। इन दोनों को ईरान से धमकियां मिलने के कारण सुरक्षा दी गई थी। दोनों ने ट्रंप के पहले प्रशासन के दौरान ईरान पर सख्त रुख अपनाया था। मामले से परिचित कांग्रेस के एक कर्मचारी ने नाम न बताने की शर्त पर इस बदलाव की पुष्टि की, लेकिन इसके पीछे का कारण नहीं बताया। उन्होंने कहा कि पोम्पिओ और हुक को बुधवार को सुरक्षा वापस लिए जाने के बारे में बताया गया। उसी रात 11 बजे सुरक्षा वापस लेने का आदेश प्रभावी हुआ। यह कदम ट्रंप की वापसी के बाद उन लोगों को निशाना बनाने का संकेत है, जिन्हें वे विरोधी मानते हैं। इससे पहले, ट्रंप ने अपने पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन की सुरक्षा भी वापस ली थी, जिन्होंने एक किताब लिखी थी, जिससे ट्रंप नाराज थे।
ट्रंप ने उन दर्जनों पूर्व खुफिया अधिकारियों की सुरक्षा मंजूरी भी रद्द की, जिन्होंने 2020 में हंटर बाइडन लैपटॉप मामले को लेकर एक पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। कांग्रेस को मिली जानकारी के अनुसार, विदेश विभाग हर महीने पोम्पिओ और हुक की सुरक्षा पर 2 मिलियन डॉलर से अधिक खर्च कर रहा था। हालांकि, हाल के दिनों में सुरक्षा की राशि को कम करने का फैसला किया गया।