मॉस्को।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वैश्विक मंच से अमेरिका पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दुनिया में लंबे समय से चली आ रही एकध्रुवीय व्यवस्था न सिर्फ अन्यायपूर्ण है बल्कि विश्व शांति के लिए भी खतरनाक साबित हो रही है। पुतिन के मुताबिक अब हालात तेजी से बदल रहे हैं और शक्ति संतुलन नए सिरे से स्थापित हो रहा है।
‘दूसरे देशों पर धौंस जमाता है अमेरिका’
पुतिन ने आरोप लगाया कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने दशकों तक दुनिया पर अपने हित थोपे हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं का उपयोग भी अक्सर एकतरफा एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए किया गया। पुतिन का कहना था, “आज दुनिया उस दौर से गुजर रही है, जहां बहुध्रुवीय व्यवस्था की नींव रखी जा रही है। अब कोई भी देश यह बर्दाश्त नहीं करेगा कि उस पर दबाव डाला जाए।”
नए शक्ति केंद्रों का उदय
रूसी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिकी देशों का उभार इस बात का प्रमाण है कि विश्व राजनीति और अर्थव्यवस्था अब केवल पश्चिम के इर्द-गिर्द नहीं घूमती। पुतिन के अनुसार, ये क्षेत्र आने वाले समय में नए शक्ति केंद्र के रूप में उभरेंगे।
यूक्रेन युद्ध का संदर्भ
हालांकि पुतिन ने सीधे-सीधे यूक्रेन युद्ध का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान को उसी संदर्भ में देखा जा रहा है। उन्होंने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया कि वे संघर्ष को समाप्त करने के बजाय रूस को घेरने और कमजोर करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
‘भविष्य बहुध्रुवीय दुनिया का’
पुतिन ने स्पष्ट कहा कि अब समय आ गया है कि वैश्विक व्यवस्था सभी देशों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई जाए। उन्होंने कहा, “बहुध्रुवीय दुनिया ही न्यायसंगत और स्थिरता देने वाली व्यवस्था साबित होगी। रूस इस दिशा में अपनी भूमिका निभाता रहेगा।”