अहमदाबाद के हंसलपुर स्थित सुजुकी मोटर प्लांट में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुजुकी की पहली ग्लोबल स्ट्रेटेजिक बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल (BEV) ई-विटारा को हरी झंडी दिखाई। यह कार न केवल भारत के लिए, बल्कि 100 देशों में एक्सपोर्ट के लिए भी तैयार की गई है।
मारुति सुजुकी की चार भारतीय इकाइयों की कुल वार्षिक क्षमता 26 लाख यूनिट है। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने घरेलू बाजार में 19.01 लाख यूनिट बेचे और 3.32 लाख वाहनों का निर्यात किया। अब इस नए मॉडल से कंपनी ईवी बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है।
ई-विटारा की खासियतें
- 49 kWh और 61 kWh की दो बैटरी विकल्प
- डुअल मोटर ऑल-व्हील ड्राइव (AWD) सिस्टम
- कीमत करीब 20 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होने की संभावना
- सीधा मुकाबला हुंडई क्रेटा इलेक्ट्रिक, एमजी ZS EV और महिंद्रा BE6 से
कंपनी का कहना है कि हंसलपुर प्लांट में इस कार का वाणिज्यिक उत्पादन तुरंत शुरू कर दिया गया है।
चर्चा का विषय:
भारत में ईवी मार्केट तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या ई-विटारा जैसी प्रीमियम ईवीज़, जिनकी कीमत लगभग 20 लाख से शुरू होती है, आम भारतीय ग्राहकों की पहुंच में होंगी? और क्या भारत का चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर इतनी तेज़ी से विकसित हो पाएगा कि देश में ईवी को वास्तव में मुख्यधारा का वाहन बनाया जा सके?