Sunday, December 28, 2025

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पिछले साल कितने लोगों ने छोड़ी भारत की नागरिकता? केंद्र ने संसद में दी जानकारी

केंद्र सरकार ने संसद में जानकारी देते हुए बताया है कि पिछले साल यानी 2024 में देश भर में 2,06,378 भारतीयों ने अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ दी है और विदेशी नागरिकता अपना ली है। यह जानकारी विदेश मामलों के राज्य मंत्री किर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा (Parliament) में लिखित उत्तर में प्रस्तुत आंकड़ों के माध्यम से दी। 

सरकार के आंकड़ों के अनुसार पिछले पाँच वर्षों में नागरिकता छोड़ने वालों की संख्या लगातार अधिक रही है। 2020 में 85,256, 2021 में 1,63,370, 2022 में 2,25,620 और 2023 में 2,16,219 भारतीयों ने नागरिकता छोड़ी थी। जिसके परिणामस्वरूप पिछले पांच वर्षों में लगभग 9 लाख नागरिकों ने भारतीय नागरिकता त्याग दी है।

इन आंकड़ों को देखते हुए यह स्पष्ट होता है कि 2022 में नागरिकता छोड़ने वाला आंकड़ा सबसे अधिक रहा, हालांकि 2024 में यह संख्या पिछले साल की तुलना में थोड़ी कम रही। सरकारी रिकॉर्ड में यह भी शामिल है कि 2011 से 2019 के बीच 11,89,194 भारतीयों ने भी अपनी नागरिकता छोड़ दी थी। 

सरकार ने यह स्पष्ट किया कि इन आँकड़ों में व्यक्ति के व्यक्तिगत कारणों, विदेश में रहने की प्राथमिकताओं और रोजगार/शिक्षा के अवसरों सहित कई विविध वजहें शामिल हैं, जिनके कारण लोग भारतीय नागरिकता छोड़ने का विकल्प चुनते हैं, हालांकि यह फैसला पूरी तरह व्यक्तिगत होता है।

विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे आंकड़े यह संकेत देते हैं कि विदेश में बेहतर कार्य, जीवन शैली और करियर के अवसर लोगों को अपनी जन्मस्थली की नागरिकता छोड़ कर दूसरी देशों की नागरिकता अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। हालांकि सरकार का कहना है कि भारत की वैश्विक पहुंच और प्रवासी भारतीयों की भूमिका देश के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन भी साबित होती है।

कुल मिलाकर 2024 में भारतीय नागरिकता छोड़ने वाले लोगों की संख्या 2 लाख से ऊपर दर्ज की गई है, जो पिछले वर्षों के समान एक महत्वपूर्ण प्रवृत्ति को दर्शाती है और संसद में इस विषय पर चर्चा का एक मुख्य बिंदु बनी हुई है।

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