संसद के मानसून सत्र में मंगलवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को दी गई सैन्य प्रतिक्रिया, वैश्विक दबाव, और भारत की रक्षा नीति को लेकर स्पष्ट संदेश दिया। प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ तीन अहम सिद्धांतों पर स्पष्ट नीति अपना ली है, और यह दुनिया के किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “9 मई की रात अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस मुझसे बात करना चाहते थे। उन्होंने एक घंटे तक प्रयास किया, लेकिन मैं उस समय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में व्यस्त था। बाद में मैंने कॉल बैक किया, तब उन्होंने बताया कि पाकिस्तान बड़ा हमला करने की योजना बना रहा है। मैंने स्पष्ट कर दिया — अगर पाकिस्तान ऐसा करेगा, तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
पीएम मोदी ने गिनाए भारत के तीन रक्षा सिद्धांत
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से यह स्पष्ट हो गया कि भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर तीन बिंदुओं पर निर्णायक रुख अपनाया है:
- भारत पर आतंकी हमला होने पर देश अपने तरीके, अपनी शर्तों और अपने समय पर जवाब देगा।
- अब ‘परमाणु ब्लैकमेलिंग’ की रणनीति भारत पर काम नहीं करेगी।
- आतंकवाद को समर्थन देने वाली सरकारें और आतंकी मास्टरमाइंड अब एक ही रूप में देखे जाएंगे।
पाकिस्तान के एयरबेस ‘ICU’ में
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान को भारी सैन्य नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के कई एयरबेस अब भी ICU में हैं। हमने उनकी परमाणु धमकी को झूठा साबित कर दिया। भारत झुकेगा नहीं।”
आतंकियों के गढ़ बहावलपुर और मुरीदके तबाह
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में स्थित आतंकियों के मुख्य अड्डों को पूरी तरह नष्ट कर दिया। “कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि हमारी सेना वहां तक पहुंच सकती है। लेकिन बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंक के गढ़ों को जमींदोज कर दिया गया।”
आत्मनिर्भर भारत की ताकत सामने आई
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ऑपरेशन तकनीक आधारित युद्ध का उदाहरण था, जिसमें भारत ने घरेलू स्तर पर विकसित ड्रोन्स, मिसाइलों और रडार सिस्टम का उपयोग किया। उन्होंने कहा, “हमारी तकनीक ने पाकिस्तान की हथियार प्रणाली की पोल खोल दी। आज दुनिया ने आत्मनिर्भर भारत की ताकत को देखा है।”