इस्लामाबाद। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने भारत और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते रिश्तों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि काबुल की मौजूदा सत्ता भारत के नियंत्रण में है, और भारत अफगानिस्तान के जरिये पाकिस्तान के खिलाफ ‘लो-इंटेंसिटी वार’ (निम्न तीव्रता युद्ध) चला रहा है।
ख्वाजा आसिफ के अनुसार, हाल ही में इस्तांबुल में चल रही पाकिस्तान-अफगानिस्तान शांति वार्ता के दौरान जब किसी समझौते की संभावना बनी, तभी काबुल अचानक पीछे हट गया। उनका दावा है कि “काबुल में जो डोर खींच रहे हैं, वे दिल्ली के इशारे पर काम कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत अपनी पश्चिमी सीमा पर हुई असफलताओं की भरपाई अब अफगानिस्तान के जरिये कर रहा है। पाकिस्तान का मानना है कि अफगान पक्ष सीमा पार से हो रही आतंकवादी गतिविधियों को नियंत्रित नहीं कर रहा, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है।
इस दौरान आसिफ ने चेतावनी दी कि अगर अफगानिस्तान की नीतियाँ पाकिस्तान के हितों के खिलाफ रहीं, तो उसे “५० गुना सशक्त जवाब” दिया जाएगा।
दूसरी ओर, अफगानिस्तान और भारत ने पाकिस्तान के इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। अफगान सरकार का कहना है कि वह एक स्वतंत्र राष्ट्र है और किसी तीसरे देश के प्रभाव में नहीं है।
यह पूरा विवाद दक्षिण एशिया में कूटनीतिक संतुलन, सीमांत सुरक्षा और आतंकवाद-प्रबंधन को लेकर बढ़ते तनाव को उजागर करता है। यदि आने वाले समय में कोई ठोस समझौता नहीं बनता, तो यह स्थिति क्षेत्र में सैन्य और कूटनीतिक टकराव को और गहरा कर सकती है।
पाकिस्तान को नहीं भा रहा भारत-अफगानिस्तान का बढ़ता दोस्ताना, ख्वाजा आसिफ ने लगाया बड़ा आरोप


