Friday, November 28, 2025

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पाकिस्तान और रूस के बीच बढ़ती नजदीकियां? व्यापार और ऊर्जा सहयोग को मिला नया आयाम

पाकिस्तान और रूस के संबंध एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और आर्थिक स्तर पर बढ़ती गतिविधियों ने संकेत दिया है कि इस्लामाबाद और मॉस्को अपने रिश्तों को एक नए दौर में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं। इसी कड़ी में दोनों देशों ने व्यापार, ऊर्जा और तकनीकी सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण समझौतों पर सहमति जताई है।

ताजा बातचीत में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल और रूसी अधिकारियों के बीच विस्तृत चर्चा हुई, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया। पाकिस्तान ने रूस से कच्चे तेल और ऊर्जा संसाधनों की प्राप्ति में रुचि जताई, वहीं रूस ने पाकिस्तान को रियायती दरों पर तेल निर्यात बढ़ाने की संभावनाओं पर विशेष ध्यान दिया। ऊर्जा क्षेत्र में संभावित साझेदारी को दोनों देशों ने भविष्य की आर्थिक मजबूती का आधार बताया है।

बैठक में यह भी सहमति बनी कि दोनों देश समुद्री और जमीन मार्गों के जरिए व्यापारिक ढांचा मजबूत करेंगे। पाकिस्तान ने उत्तरी इलाकों के माध्यम से ट्रांजिट और लॉजिस्टिक सुविधाओं को उन्नत करने की बात की, जिससे रूस और मध्य एशिया के साथ व्यापार आसानी से बढ़ाया जा सके। रूस की ओर से आश्वासन दिया गया कि वह औद्योगिक क्षेत्र में निवेश बढ़ाने और पाकिस्तान की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में सहयोग देगा।

दोनों देशों ने कृषि, खाद्य सुरक्षा, विज्ञान-तकनीक और शिक्षा के क्षेत्रों में भी साझेदारी बढ़ाने पर सहमति जताई। चर्चा के दौरान पाकिस्तान ने रूसी तकनीक और विशेषज्ञता से लाभ उठाने की इच्छा जताई, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां ऊर्जा संकट और आर्थिक चुनौतियाँ सामने हैं।

कूटनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ये समझौते पाकिस्तान की विदेश नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत हो सकते हैं। आर्थिक संकट और ईंधन की बढ़ती जरूरतों के बीच पाकिस्तान रूस को एक बड़े साझेदार के रूप में देख रहा है। वहीं रूस भी दक्षिण एशिया में अपनी आर्थिक उपस्थिति मजबूत करना चाहता है, जिसके लिए पाकिस्तान एक रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण देश माना जाता है।

हालांकि अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीति और पश्चिमी देशों के दबाव को देखते हुए विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि पाकिस्तान और रूस के रिश्तों को आगे बढ़ाना आसान नहीं होगा। लेकिन हालिया समझौते यह दर्शाते हैं कि दोनों देश मौजूदा परिस्थितियों में अपने हितों को प्राथमिकता देते हुए सहयोग के नए रास्ते तलाशने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

कुल मिलाकर, ऊर्जा से लेकर व्यापार तक किए गए समझौते यह स्पष्ट करते हैं कि आने वाले महीनों में पाकिस्तान और रूस के बीच आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी और भी गहरी हो सकती है।

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