अमेरिका के वरिष्ठ राजनयिक हूकर अपने पांच दिवसीय भारत दौरे पर शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचे। इस उच्चस्तरीय यात्रा को भारत-अमेरिका संबंधों की दिशा तय करने वाला महत्वपूर्ण चरण माना जा रहा है। राजनयिक स्तर पर दोनों देशों के बीच चल रही चर्चाओं को नई गति देने के उद्देश्य से यह दौरा विशेष महत्व रखता है। अमेरिकी अधिकारी के कार्यक्रम में केंद्र सरकार के शीर्ष नेतृत्व, विदेश मंत्रालय और रणनीतिक मामलों से जुड़े प्रमुख अधिकारियों के साथ विस्तृत बातचीत शामिल है।
सूत्रों के अनुसार, इस यात्रा में भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती देने पर जोर दिया जाएगा। विशेष रूप से रक्षा सहयोग, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा ढांचा, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों का आदान-प्रदान और उभरती तकनीकों में संयुक्त निवेश जैसे मुद्दे प्रमुख एजेंडा में शामिल हैं। दोनों देश वैश्विक चुनौतियों—साइबर सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा और संवेदनशील तकनीकों की सुरक्षा—पर भी सामूहिक रणनीति बनाने पर चर्चा करेंगे।
इसके अलावा, उन्नत रक्षा निर्माण, सेमीकंडक्टर उत्पादन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अंतरिक्ष अनुसंधान में सहयोग बढ़ाने की संभावनाओं पर भी विचार-विमर्श होने की उम्मीद है। अमेरिकी राजनयिक का यह दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब दोनों देश आर्थिक और तकनीकी क्षेत्रों में अपने संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों में एक और सकारात्मक कदम साबित हो सकती है। आने वाले दिनों में इस दौरे से जुड़े परिणाम दोनों देशों की साझेदारी की भावी दिशा को प्रभावित करेंगे।





