पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इन दिनों अपने पहले विदेश दौरे पर हैं। उन्होंने नवाज और इमरान की राह पर चलते हुए अपने पहले विदेश दौरे के लिए सऊदी अरब को चुना। हालांकि कश्मीर मुद्दे को लेकर सऊदी अरब ने शहबाज को करारा झटका दिया है। सऊदी अरब ने साफ किया है कि कश्मीर का मुद्दा भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा है। साथ ही उसने पाकिस्तान को यह भी सलाह दी है कि वह नई दिल्ली से बातचीत के लिए इस मुद्दे का हल निकाले। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने साझा बयान में अन्य मुद्दों के हल के लिए भी वार्ता के महत्व पर जोर दिया है। यह साझा बयान शहबाज की यात्रा के क्रम में आया है। सऊदी अरब के कश्मीर को लेकर दिए गए बयान को पाकिस्तान के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है, दरअसल पाकिस्तान यूएन सहित अन्य वैश्विक मंचों पर कश्मीर का मुद्दा उठाता रहा है। वह यूएन के तत्वाधान में जनमत संग्रह का राग भी अलापता रहा है, हालांकि भारत ने हमेशा से ही इसका विरोध किया है और इसे द्विपक्षीय मुद्दा बताया है। नई दिल्ली का लंबे समय से रुख रहा है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच मुद्दा हम दो देशों का है और किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता या हस्तक्षेप का कोई सवाल ही नहीं है।