ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में हुए खौफनाक कत्लेआम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें हमलावरों ने पहले आसपास खड़े लोगों को धकेलकर हटाया और फिर निशाना चुनकर यहूदियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। यह वीडियो बाजार क्षेत्र के सीसीटीवी और मोबाइल फुटेज से लिया गया है, जो दिखाता है कि हमला पूर्वनियोजित और नफरत से प्रेरित था। पुलिस ने इसे ISIS से जुड़े एंटी-सेमिटिक हमले का रूप दिया है, जिसमें 12 लोग मारे गए और 28 घायल हुए।
वीडियो में साफ दिखता है कि सुबह 10 बजे पार्रामत्ता बाजार में फल विक्रेता अहमद खान और उसके बेरोजगार बेटे ओमर ने पहले भीड़ को चिल्लाकर दूर किया, ताकि निर्दोष बच जाएं। फिर उन्होंने सिनागॉग के पास खड़े यहूदी समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाया, जहां 6 लाइसेंसी बंदूकों से 200 से अधिक राउंड चलाए। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हमलावर चिल्लाए, ‘यह यहूदियों के खिलाफ है’, इससे पहले एक महिला और दो बच्चे मारे गए। SWAT टीम ने 2 घंटे बाद दोनों को ढेर कर दिया।
पुलिस ने वीडियो के आधार पर पुष्टि की कि हमलावरों ने सोशल मीडिया पर पहले से ही ‘यहूदियों के खिलाफ जिहाद’ का प्रचार किया था। घटनास्थल से बरामद ISIS झंडे और चाकू इसकी पुष्टि करते हैं। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि यह वीडियो जांच का अहम सबूत है, और गन लाइसेंसिंग सिस्टम पर सवाल उठे हैं। यहूदी समुदाय ने शोक जताया, जबकि ASIO ने देशभर में सतर्कता बरतने को कहा।
यह घटना सिडनी को सदमा दे गई है, जहां अब सुरक्षा बल तैनात हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि निशाना चुनने से हमलावरों का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर नफरत फैलाना था। जांच में पाकिस्तानी कनेक्शन भी उभर रहा है, और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां सहयोग कर रही हैं। वीडियो ने दुनिया को हिला दिया है।




