प्रदेश में सुरक्षा, तकनीक और समन्वय के नई मिसाल कायम करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की गई है। पहली बार रेंज कार्यालय में एक अत्याधुनिक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जो सुरक्षा प्रबंधन और त्वरित प्रतिक्रिया व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाएगा। अधिकारियों के अनुसार, यह पहल प्रदेश में समन्वय आधारित सुरक्षा व्यवस्था को नई दिशा देगी।
कंट्रोल रूम की स्थापना आधुनिक तकनीकों और उन्नत निगरानी प्रणाली के साथ की गई है। इसमें हाई-रेजोल्यूशन मॉनिटर, सीसीटीवी नेटवर्क, लाइव फीड की निगरानी, जीपीएस आधारित ट्रैकिंग सिस्टम और फील्ड अधिकारियों से लगातार संवाद की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इससे किसी भी आपात स्थिति, कानून-व्यवस्था संबंधी चुनौती या क्षेत्रीय गतिविधि की तुरंत जानकारी मिल सकेगी।
अधिकारी बताते हैं कि कंट्रोल रूम के संचालन के लिए विशेष प्रशिक्षित टीम तैनात की गई है, जो 24 घंटे लगातार नजर रखेगी। इसके माध्यम से विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों, फील्ड यूनिट्स और प्रशासनिक तंत्र के बीच समन्वय मजबूत होगा। इससे न केवल प्रतिक्रिया समय घटेगा, बल्कि घटनाओं की रोकथाम में भी तेजी आएगी।
पहली बार रेंज स्तर पर इस तरह के कंट्रोल रूम की स्थापना को सुरक्षा ढांचे में बड़ा सुधार माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह मॉडल भविष्य में अन्य रेंज और जिलों में भी अपनाया जा सकता है। अधिकारियों का यह भी मानना है कि तकनीक आधारित निगरानी और त्वरित संचार से प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
इस नए कंट्रोल रूम के संचालन के साथ प्रदेश ने सुरक्षा और तकनीकी प्रबंधन में एक नया रिकॉर्ड बनाया है तथा यह व्यवस्था आने वाले समय में और बेहतर सुरक्षा तंत्र की नींव साबित हो सकती है।





