असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को कहा कि भूटान के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होने के लिए उन्हें जो निमंत्रण मिला, वह असम राज्य के लिए सम्मान और नई आर्थिक शक्ति के रूप में मान्यता है। कैबिनेट की बैठक के बाद पत्रकारों से बात चीत के दौरान सरमा ने कहा कि भूटान राष्ट्रीय दिवस वहां के पहले राजा उग्येन वांगचुक के राज्याभिषेक का प्रतीक है और यह भूटान के पूर्वजों के बलिदानों को सम्मानित करने का अवसर है। बता दें कि सरमा और उनकी पत्नी रिनिकी भुयान शर्मा भूटान के राष्ट्रीय दिवस समारोह में भाग लेने के लिए भूटान गए थे। जहां उनका स्वागत बड़े ही गर्मजशी के साथ हुआ। उन्होंने भूटान के प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं से मुलाकात की और व्यापार साझेदारी मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।सीएम सरमा ने कहा कि यह असम के मुख्यमंत्री को दिया गया पहला निमंत्रण है, जो राज्य के लिए एक बड़ी सम्मान और मान्यता है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा नई संभावनाओं के रास्ते खोलेगी, जिनका वे आगे अन्वेषण करेंगे। उन्होंने बिजली आपूर्ति, बाढ़ की पूर्व चेतावनी प्रणाली, सिंचाई के लिए जलमार्गों और पाइप से जलापूर्ति जैसी मुद्दों पर चर्चा की। सरमा ने यह भी बताया कि भूटान असम सीमा के पास गेलेफू को एक आधुनिक शहर के रूप में विकसित कर रहा है, जो क्षेत्र में आर्थिक विकास लाएगा। उन्होंने कहा कि यह यात्रा शिष्टाचार यात्रा थी, लेकिन भविष्य में यह और अधिक व्यावसायिक होगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की कि असम भारत और भूटान के बीच संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।