नैनीताल/प्रयागराज: उत्तराखंड उच्च न्यायालय को जल्द ही नया न्यायिक नेतृत्व मिलने जा रहा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश, न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता को उत्तराखंड हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। वे वर्तमान मुख्य न्यायाधीश के सेवानिवृत्त होने के बाद, 9 जनवरी के बाद अपना नया कार्यभार ग्रहण करेंगे।
नियुक्ति और प्रक्रिया
भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति गुप्ता के नाम की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी थी, जिस पर आधिकारिक मुहर लग गई है। उनका चयन उनके लंबे न्यायिक अनुभव और विधि के क्षेत्र में उनकी गहरी समझ को देखते हुए किया गया है। उत्तराखंड के न्यायिक नेतृत्व की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर होगी, जिससे राज्य की न्याय व्यवस्था को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता का परिचय
- अनुभव: न्यायमूर्ति गुप्ता वर्तमान में इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीशों में से एक हैं। उन्होंने अपने करियर में कई ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण फैसले सुनाए हैं।
- विशेषज्ञता: उन्हें दीवानी (Civil), संवैधानिक और कॉर्पोरेट मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है।
- कार्यकाल: उत्तराखंड में उनका आगमन ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य में कई महत्वपूर्ण कानूनी और पर्यावरणीय मुद्दे विचाराधीन हैं, जहाँ उनके न्यायिक नेतृत्व की भूमिका अहम होगी।
उत्तराखंड हाईकोर्ट में नई ऊर्जा
न्यायमूर्ति गुप्ता की नियुक्ति से नैनीताल स्थित उच्च न्यायालय में लंबित मामलों के निस्तारण में तेजी आने की संभावना है। कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट जैसे बड़े न्यायालय में कार्य करने का उनका अनुभव उत्तराखंड के न्यायिक नेतृत्व को और अधिक सशक्त बनाएगा।
शपथ ग्रहण की तैयारी
राज्य के राजभवन में उनके शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ जल्द ही शुरू की जाएंगी। 9 जनवरी को वर्तमान मुख्य न्यायाधीश का कार्यकाल पूरा होने के बाद, राज्यपाल द्वारा उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। इस बदलाव को लेकर उत्तराखंड के बार काउंसिल और अधिवक्ताओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है।





