नैनीताल/हल्द्वानी: सरोवर नगरी नैनीताल में बढ़ते यातायात के दबाव और जाम की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने एक बड़ा और सख्त कदम उठाया है। अब बाहरी राज्यों और शहरों से आने वाले सैलानियों (Tourists) के लिए नैनीताल की सीमाओं पर अपनी गाड़ियों में विशिष्ट कलर कोडेड स्टीकर (Color-Coded Sticker) लगवाना अनिवार्य होगा। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि बिना स्टीकर के किसी भी पर्यटक वाहन को पहाड़ों की चढ़ाई चढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
क्या है नया नियम और क्यों पड़ी इसकी जरूरत?
- भीड़ नियंत्रण: सप्ताहांत (Weekends) और छुट्टियों के दौरान नैनीताल में क्षमता से अधिक वाहन पहुँच जाते हैं, जिससे शहर के भीतर पार्किंग और यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है।
- स्टीकर की अनिवार्यता: बॉर्डर पर स्थित पुलिस चेक पोस्ट (जैसे काठगोदाम, कालाढूंगी) पर वाहनों की जांच होगी। यहाँ पर्यटकों को उनकी गंतव्य श्रेणी और होटल बुकिंग के आधार पर अलग-अलग रंगों के स्टीकर दिए जाएंगे।
- पार्किंग प्रबंधन: जिन वाहनों के पास शहर के भीतर होटल की ‘कन्फर्म पार्किंग’ होगी, उन्हीं को माल रोड या ऊपरी इलाकों में जाने की अनुमति दी जाएगी। अन्य वाहनों को शहर के बाहर निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही रोका जाएगा।
स्टीकर और रूट व्यवस्था: एक नजर में
| स्टीकर का रंग | वाहन की श्रेणी / अनुमति |
| हरा (Green) | जिन पर्यटकों की होटल में पार्किंग आरक्षित है। |
| पीला (Yellow) | स्थानीय निवासी या आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहन। |
| लाल (Red) | केवल नैनीताल भ्रमण (Day Visit) के लिए आए वाहन, जिन्हें शहर के बाहर पार्क करना होगा। |
यातायात पुलिस की नई रणनीति
प्रशासन ने नैनीताल के प्रवेश द्वारों पर विशेष टीमों की तैनाती की है। यातायात विभाग के अनुसार:
- शटल सेवा का उपयोग: जिन पर्यटकों को शहर के बाहर रोका जाएगा, उन्हें मुख्य शहर तक पहुँचाने के लिए शटल बसों और टैक्सियों की संख्या बढ़ाई गई है।
- ऑनलाइन अपडेट: प्रशासन सोशल मीडिया और रेडियो के माध्यम से पल-पल की पार्किंग उपलब्धता की जानकारी साझा करेगा।
- जुर्माने का प्रावधान: नियमों का उल्लंघन करने या बिना स्टीकर के शहर में प्रवेश करने वाले वाहनों पर भारी चालान और जब्ती की कार्रवाई की जा सकती है।
पर्यटकों के लिए सुझाव
नैनीताल आने वाले पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाने से पहले होटल की बुकिंग और पार्किंग की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें। साथ ही, बॉर्डर पर जांच के दौरान पुलिस कर्मियों के साथ सहयोग करें ताकि जाम की स्थिति न बने।





