नई दिल्ली में शनिवार को हुई नीति आयोग की बैठक में शामिल न होने पर भाजपा ने कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया पर हमला बोला है। भाजपा ने कहा कि सिद्धारमैया कर्नाटक का विकास नहीं चाहते हैं। उनके लिए कुर्सी से चिपके रहना ज्यादा जरूरी है। कर्नाटक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने नीति आयोग की बैठक से मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति को उन अवसरों से जानबूझकर पीछे हटना बताया, जो कर्नाटक के भविष्य को आकार दे सकते थे। विजयेंद्र ने एक्स पर लिखा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार अपने विकास कार्यों की कमी को छिपाने में असमर्थ है और वह केंद्र पर बकाया राशि का राग अलाप रही है, मानो दिल्ली पर आरोप लगाने से उसकी विफलताएं छिप जाएंगी। लेकिन शासन केवल दोषारोपण और शिकायत करना नहीं है। यह लोगों के सहयोग और प्रतिबद्धता पर आधारित साझा जिम्मेदारी है। विजयेंद्र ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2047 में विकसित भारत के साझा दृष्टिकोण को आकार देने के लिए 10वीं नीति आयोग शासी परिषद के लिए प्रत्येक मुख्यमंत्री को आमंत्रित करते हैं, तो मुख्यमंत्री सिद्धारमैया उसमें शामिल नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक नेता का एक बैठक में अनुपस्थित रहना नहीं है, यह उन अवसरों से जानबूझकर पीछे हटना है जो कर्नाटक के भविष्य को आकार दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी से चिपके रहने के लिए लोगों के उत्थान की बजाय अपने हाईकमान को खुश करने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। वह प्रगति से ऊपर राजनीति को प्राथमिकता दे रहे हैं। लेकिन क्या सच्चा शासन कभी सफल हो सकता है जब राजनीति को लोगों से अधिक प्राथमिकता दी जाती है? कर्नाटक इससे बेहतर का हकदार है।