देशभर में नीट परीक्षा में धांधली के बाद भाजपा ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर भारत की परीक्षा प्रणाली में विश्वास की कमी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा ने पूछा कि क्या राहुल अब माफी मांगेंगे। कोर्ट ने मंगलवार को परीक्षा रद्द करने और दोबारा परीक्षा कराने की याचिका को खारिज कर दिया। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि वर्तमान स्थिति में, रिकॉर्ड में ऐसी कोई सामग्री नहीं है जो यह दर्शाये कि परीक्षा के परिणाम दूषित थे या परीक्षा के संचालन में कोई प्रणालीगत उल्लंघन हुआ था। भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष खासकर राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस सांसद पर आरोप लगाया कि राहुल अपने शब्दों से विश्व स्तर पर भारत की परीक्षा प्रणाली को बदनाम कर रहे हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा, “उन्होंने (राहुल गांधी) अपने शब्दों से संसद और विपक्ष के नेता के दफ्तर की गरिमा का उल्लंघन किया।” इसी के साथ उन्होंने बजट 2024 को लेकर राहुल गांधी के बयान की भी आलोचना की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को लोकसभा में बजट 2024 पेश किया। राहुल ने इस बजट को कुर्सी बचाओ बजट बताया। राहुल के इस बयान पर भाजपा नेता ने आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की गलती नहीं है कि लोग चुनाव में उन्हें और उनकी पार्टी को बार-बार नकार दे रहे हैं। नीट विवाद को लेकर सरकार की कार्रवाई का बचाव करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। इसके साथ ही 155 परीक्षार्थियों की उम्मीदवारी भी रद्द कर दी गई।
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर 23.5 लाख से अधिक छात्रों ने परीक्षा दी थी। कांग्रेस सांसद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भारत की परीक्षा प्रणाली को बदनाम करने के लिए धोखाधड़ी जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। अब अदालत ने भी यह स्पष्ट कर दिया कि रिकॉर्ड में ऐसी कोई सामग्री नहीं है जो यह दर्शा सके कि परीक्षा के परिणाम दूषित थे या परीक्षा के संचालन में कोई प्रणालीगत उल्लंघन हुआ था।