देहरादून/चकराता: साल 2025 की विदाई और नए साल 2026 के स्वागत के लिए उत्तराखंड के पर्यटन स्थल पूरी तरह तैयार हैं। ‘थर्टी फर्स्ट’ के जश्न को खास बनाने के लिए देश के कोने-कोने से सैलानी पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। विशेष रूप से चकराता और आसपास के इलाकों में पर्यटकों की भारी आमद देखी जा रही है, जिससे स्थानीय पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे खिले हुए हैं।
चकराता में 75 प्रतिशत एडवांस बुकिंग
ताजा आंकड़ों के अनुसार, चकराता के लगभग 75 प्रतिशत होटल और होमस्टे पहले ही बुक हो चुके हैं। पर्यटकों के इस भारी उत्साह को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि अगले एक-दो दिनों में यहाँ पैर रखने की भी जगह नहीं बचेगी। केवल मुख्य शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित होमस्टे को भी सैलानी काफी पसंद कर रहे हैं।
बर्फबारी की उम्मीद ने बढ़ाया उत्साह
सैलानियों की इस भीड़ के पीछे सबसे बड़ी वजह बर्फबारी का इंतजार है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान और पहाड़ों में गिरते तापमान को देखते हुए पर्यटकों को उम्मीद है कि नए साल के मौके पर उन्हें चकराता, लोखंडी और मोइला टॉप जैसे क्षेत्रों में ‘व्हाइट न्यू ईयर’ (सफेद नया साल) मनाने का मौका मिलेगा। यदि आने वाले दिनों में बर्फबारी होती है, तो पर्यटकों की संख्या में और भी बड़ा इजाफा होना तय है।
स्थानीय प्रशासन और व्यापारियों की तैयारी
- सुरक्षा के इंतजाम: बढ़ती भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं ताकि सैलानियों को जाम से न जूझना पड़े।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: कई होटल और रिसॉर्ट संचालकों ने पर्यटकों के मनोरंजन के लिए पहाड़ी संगीत, स्थानीय व्यंजन और अलाव (बोनफायर) की विशेष व्यवस्था की है।
- सैलानियों की पसंद: चकराता की शांत वादियां और प्रदूषण मुक्त वातावरण दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस बार पर्यटकों का रुझान काफी सकारात्मक है। पर्यटन विभाग ने भी यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी बुकिंग पहले से सुरक्षित कर लें और यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकॉल व स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।





