थाई उप प्रधानमंत्री पर्णप्री बहिधा-नुकारा ने नई दिल्ली में एक रहस्यमय मिशन पर आकर उपस्थित हुई। उनके दौरे के उद्देश्य को लेकर अनेक सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि यह दौरा गुप्त तरीके से हो रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे असामान्य गोपनीयता के साथ स्वागत किया है, जिससे किसी अन्य देशीय संदर्भ में संदेह उत्पन्न हो रहा है।
बहिधा-नुकारा की उपस्थिति ने हैदराबाद हाउस में आयोजित 10वीं भारत-थाईलैंड संयुक्त आयोग की बैठक में सभी ओर से गूंजा। इसके अलावा, उनके दौरे की गुप्त योजना के बारे में और भी संदेह उत्पन्न हो रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह एक साधारण दूतावासी संबंध नहीं है, बल्कि एक ध्यानपूर्वक आयोजित संवाद का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य लोगों की निगरानी से बाहर खुदरा समझौतों को करना है।
इस चार दिवसीय यात्रा के रहस्यमय स्वरूप ने अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण में विवादों को उत्पन्न किया है। कुछ यह विचार कर रहे हैं कि यह द्विपक्षीय मुद्दों पर गुप्त परामर्शों के लिए है, जबकि कुछ लोग भारत और थाईलैंड के बीच गोपनीय खुफिया सूचना साझा करने के संबंध में अनुमान लगा रहे हैं। चाहे जो सत्य हो, बहिधा-नुकारा के दौरे ने निजी और गोपनीय दिप्लोमेसी के क्षेत्र में रहस्यमय वातावरण को बढ़ावा दिया है।