उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में धर्मांतरण रैकेट से जुड़ा एक और बड़ा मामला सामने आया है। रानीपोखरी मामले की जांच के दौरान प्रेमनगर क्षेत्र की एक और युवती के इस साजिश में शामिल होने की जानकारी मिली है। युवती को झांसे में लेकर इस्लाम में धर्मांतरित किया गया और फिर दुबई के रास्ते पाकिस्तान भेजने की तैयारी चल रही थी। पुलिस ने शनिवार को प्रेमनगर थाने में इस मामले में दूसरा मुकदमा दर्ज किया है।
पाकिस्तान से जुड़ते तार
पुलिस के अनुसार, मूल रूप से बरेली निवासी युवती को पहले “मरियम” नाम दिया गया और पाकिस्तानी मौलवियों के संपर्क में लाया गया, जिन्होंने उसे इस्लाम की शिक्षा दी। इसके बाद उसका संपर्क प्रेमनगर में रह रही एक अन्य युवती “सुमैया” से कराया गया, जिसे पहले ही इस गिरोह ने धर्मांतरण के झांसे में ले लिया था। सुमैया को भी बरेली में ही 2022 में फोन पर कलमा पढ़वाया गया था।
झांसा, शिक्षा और डिजिटल मीटिंग
सुमैया को धीरे-धीरे इस्लाम में रुचि लेने के लिए प्रेरित किया गया। उसे कश्मीर की लड़कियों और लड़कों के साथ जूम मीटिंग्स में जोड़ा गया और फिर पाकिस्तान के मौलवियों से इस्लामिक शिक्षा दिलाई जाने लगी। इसमें पाकिस्तानी मौलवी तनवीर अहमद का नाम सामने आया है। सुमैया को खुद को मुस्लिम समाज का एक विशेष सदस्य और सेलिब्रिटी जैसा महसूस होने लगा, जिससे उसका झुकाव और बढ़ता गया।
लूडो ऐप बना माध्यम
सुमैया ने पुलिस को बताया कि उसे गिरोह के लोगों ने पाकिस्तानी मोबाइल गेम ‘लूडो स्टार’ डाउनलोड करने को कहा था। वहीं से पाकिस्तानियों से बातचीत शुरू हुई और धीरे-धीरे उसे इस्लामिक शिक्षा की ओर मोड़ा गया।
हवाला के जरिए फंड ट्रांसफर
महत्वपूर्ण खुलासा यह हुआ कि सुमैया ने पाकिस्तानी मौलवी को धनराशि भेजने से मना करने के बावजूद, देहरादून के कांवली निवासी सुलेमान के माध्यम से पैसा दुबई के जरिए पाकिस्तान भेजा गया। इस हवाला जैसी प्रक्रिया की पुष्टि पुलिस जांच में हो चुकी है।
पुलिस कार्रवाई और काउंसलिंग
पुलिस और परिजनों द्वारा समय रहते युवती की काउंसलिंग कर उसे गिरोह के प्रभाव से बाहर निकाला गया। गिरोह की योजना थी कि सुमैया को दिल्ली ले जाकर दुबई भेजा जाए और वहां एक मुस्लिम युवक से निकाह कराया जाए।
नामजद आरोपी – छांगुर गिरोह के सदस्य
- अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल सिंह – निवासी भगत विहार, करावल नगर, दिल्ली
- अब्दुल रहीम – अब्दुल रहमान का बेटा
- अब्दुल्ला – अब्दुल रहमान का बेटा
- अब्दुर रहमान उर्फ रुपेंद्र प्रताप सिंह – निवासी शंकरपुर, सहसपुर, देहरादून
- आयशा उर्फ कृष्णा – निवासी ओल्ड गोवा
- सुलेमान – निवासी कांवली, देहरादून; वर्तमान में दुबई में
बी वारंट पर लाए जाएंगे आरोपी
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि उक्त सभी आरोपियों को पहले ही उत्तर प्रदेश एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया था। अब इन सभी को देहरादून लाने के लिए बी वारंट जारी किया जा रहा है। एक टीम को आगरा भेजा जा रहा है ताकि वहां से आरोपी लाकर देहरादून में पेश किया जा सके।