धराली हादसे के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने रेस्क्यू टीम और भारतीय सेना के कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि संकट की घड़ी में सेना सबसे पहले मौके पर पहुंची और सीमित संसाधनों के बावजूद अपने आठ लापता जवानों के रहते हुए भी राहत कार्य जारी रखा।
धराली से लौटने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में माहरा ने पीड़ित परिवारों का दुख साझा किया और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए एक विशेष टीम गठित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि धराली में पीने के पानी और खाने की उचित व्यवस्था नहीं की गई और विस्थापन की मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया।
माहरा ने सवाल उठाया कि बड़ी संख्या में मजदूर लापता हैं और होटल व होमस्टे में ठहरे श्रद्धालुओं एवं मजदूरों की सूची सार्वजनिक की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि अपराह्न 12 बजे तक मातली हेलीपैड पर 53 और चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर 25 लोगों को सुरक्षित लाया गया, साथ ही उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था की गई।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सामग्री और जरूरी सामान की खेप लगातार भेजी जा रही है। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी और पौड़ी के विभिन्न गांवों में हाल ही में अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।
धराली से लौटे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, सेना और रेस्क्यू टीम की सराहना
