नई दिल्ली। दीपावली पर्व की शुरुआत मानी जाने वाली धनतेरस पर इस वर्ष देशभर में लगभग ₹50 हजार करोड़ के सोने-चांदी के कारोबार की संभावना जताई जा रही है। सर्राफा बाजारों और बुलियन ट्रेड एसोसिएशनों के अनुसार, इस बार सोने के सिक्के, चांदी के बुलियन, और आभूषणों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है।
त्योहार पर चमक रहा सर्राफा बाजार
दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, सूरत, जयपुर, चेन्नई और लखनऊ जैसे प्रमुख बाजारों में धनतेरस से पहले ही ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है। ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल (GJC) का अनुमान है कि इस बार सोने की कीमतों में स्थिरता और आर्थिक माहौल में सुधार के चलते बिक्री में 10-12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है।
GJC अध्यक्ष सैयद अहमद के अनुसार, “पिछले वर्ष की तुलना में इस बार निवेशक मानसिकता मजबूत है। सोने-चांदी दोनों में निवेश को शुभ माना जा रहा है, जिससे बुलियन और सिक्कों की खरीदारी में उछाल आया है।”
बढ़ी हुई मांग का केंद्र — बुलियन और सिक्के
इस वर्ष पारंपरिक आभूषणों की तुलना में 24 कैरेट सोने के सिक्के, चांदी के नोट और मिंटेड बुलियन बार्स की मांग कहीं अधिक है। बुलियन ट्रेडर्स के अनुसार, खुदरा ग्राहकों के साथ-साथ कॉरपोरेट गिफ्टिंग के लिए भी भारी ऑर्डर आ रहे हैं।
मुंबई बुलियन एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि “बाजार में इस बार ₹1000 से लेकर ₹1 लाख तक के सिक्कों और बुलियन बार्स की बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकती है।”
ऑनलाइन और डिजिटल गोल्ड की ओर रुझान
पारंपरिक दुकानों के अलावा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और डिजिटल गोल्ड निवेश की मांग भी तेजी से बढ़ी है। पिछले तीन दिनों में ही प्रमुख फिनटेक ऐप्स पर डिजिटल गोल्ड की खरीद में 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल माध्यमों से खरीदारी का चलन युवाओं में तेजी से बढ़ा है, क्योंकि इससे छोटे स्तर पर निवेश संभव हो पाता है और स्टोरेज की समस्या भी नहीं होती।
चांदी की रौनक और औद्योगिक मांग
जहां सोने में पारंपरिक निवेश देखा जा रहा है, वहीं चांदी की मांग दोगुनी गति से बढ़ी है। सर्राफा विशेषज्ञों के मुताबिक, चांदी के देवी-देवता मूर्तियों, सिक्कों और घर-गृहस्थी के बर्तनों की बिक्री में जोरदार उछाल है। इसके साथ ही औद्योगिक मांग और सौर ऊर्जा क्षेत्र में उपयोग से चांदी की कीमतों में स्थिर बढ़त बनी हुई है।
पिछले वर्षों की तुलना में अधिक कारोबार की उम्मीद
पिछले वर्ष धनतेरस पर देशभर में लगभग ₹42 हजार करोड़ का कारोबार हुआ था। इस बार रिकॉर्ड ₹50 हजार करोड़ के पार पहुंचने की संभावना है, जो अब तक का सबसे बड़ा त्योहार कारोबार साबित हो सकता है।
सावधानी बरतने की अपील
आयकर विभाग और उपभोक्ता मंत्रालय ने ग्राहकों को सलाह दी है कि सोने-चांदी की खरीदारी करते समय BIS हॉलमार्क और GST बिल अवश्य लें। इससे निवेश सुरक्षित रहता है और जालसाजी से बचाव संभव होता है।