देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय परीक्षा एक बार फिर विवादों में घिर गई है। उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने आरोप लगाया है कि रविवार को आयोजित इस परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने के कुछ ही देर बाद लीक हो गया। मामले को लेकर गुस्साए युवाओं ने सोमवार को देहरादून में जोरदार प्रदर्शन किया और सचिवालय की ओर कूच किया। इस दौरान सड़कें जाम होने से यातायात भी प्रभावित रहा।
बेरोजगार संघ का आरोप है कि परीक्षा सुबह 11 बजे से शुरू हुई थी, लेकिन करीब 11:35 बजे हरिद्वार के एक परीक्षा केंद्र से पेपर का सेट बाहर आ गया। संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि लीक हुए पेपर और अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों पर दिए गए प्रश्नपत्रों का मिलान करने पर कई सवाल समान मिले। इससे साफ है कि परीक्षा की गोपनीयता पूरी तरह भंग हो गई।
कंडवाल ने बताया कि प्रदेश भर के बेरोजगार युवाओं ने पहले ही सरकार और आयोग से अपील की थी कि वर्तमान में आपदा की स्थिति को देखते हुए 21 सितंबर को प्रस्तावित परीक्षा को स्थगित किया जाए। इसके लिए मुख्यमंत्री से लेकर आयोग के अध्यक्ष तक को ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन सरकार ने इस मांग को अनसुना कर दिया।
पेपर लीक की जानकारी सामने आने के बाद प्रदेश भर से युवा देहरादून पहुंचे और परेड मैदान में एकत्र हुए। यहां आंदोलन की रणनीति बनाकर उन्होंने सचिवालय की ओर कूच किया। इस दौरान कई स्थानों पर युवाओं ने सड़कें जाम कर दीं और नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने मांग उठाई कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए इसे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा जाए।
संघ के नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और उग्र रूप लेगा। दूसरी ओर, इस विवाद ने एक बार फिर यूकेएसएसएससी की कार्यप्रणाली और पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
देहरादून : स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर लीक होने का दावा, बेरोजगार युवाओं का सचिवालय कूच, सड़कें जाम





