उत्तराखंड की राजधानी देहरादून समेत अन्य जिलों में बुधवार-बृहस्पतिवार की रात भारी बारिश ने कहर बरपा दिया। रायपुर क्षेत्र के तपोवन खाले में उफान के चलते एक व्यक्ति बह गया, जिसका शव बाद में नदी किनारे मिला। वहीं, भूस्खलन और जलभराव से कई सड़कें बाधित हो गईं और वाहन फंसे रहे।
तपोवन में हादसा: नाले में बहा युवक, मौत की पुष्टि
बुधवार रात करीब 8 बजे, रायपुर के तपोवन क्षेत्र में रहने वाला अनिल (लेन नं. 7) नाले के तेज बहाव में बह गया।
- पुलिस और SDRF की टीम ने करीब डेढ़ किलोमीटर दूर नदी किनारे उसका शव बरामद किया।
- अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया।
- शव को मोर्चरी में रखवाया गया है।
🚧 कालसी में भूस्खलन: 45 वाहन फंसे
कालसी में इछाड़ी डैम से लाल ढांग मार्ग पर भारी भूस्खलन हुआ, जिससे
- करीब 45 वाहन बीच रास्ते फंस गए।
- पुलिस और SDRF ने रातभर मशक्कत के बाद रास्ता साफ कर यातायात बहाल कराया।
🛣️ रुद्रप्रयाग-बद्रीनाथ मार्ग बाधित
- भूस्खलन के कारण रुद्रप्रयाग से बद्रीनाथ की ओर जाने वाला मार्ग भी बंद हो गया है।
- बहाली कार्य जारी है।
🌧️ शहर में जलभराव: कई इलाकों में पानी-पानी
- प्रिंस चौक, मोहकमपुर समेत कई निचले इलाकों में जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त।
- देहरादून में रात 9 बजे के बाद बारिश और तेज हो गई, जो देर रात तक जारी रही।
- रिस्पना और बिंदाल नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को रात में ही अलर्ट कर दिया गया।
🌲 मसूरी में पेड़ गिरा: कार और स्कूटर चकनाचूर
- धनोल्टी रोड, ओल्ड टिहरी बस स्टैंड के पास भारी बारिश के बीच बांझ का पेड़ गिर गया।
- एक कार और स्कूटर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए।
- सड़क पर आवागमन करीब एक घंटे तक बंद रहा।
- फायर, वन विभाग और पुलिस की टीम ने पेड़ को काटकर रास्ता खुलवाया।
- सभासद विशाल खरोला और वन दरोगा अभिषेक सजवाण ने बताया कि लगातार बारिश से ये हादसा हुआ।
🌀 मौसम विभाग का अलर्ट: राहत की उम्मीद नहीं
मौसम विभाग पहले ही देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर और रुद्रप्रयाग में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी कर चुका था।
बारिश का दौर 14 जुलाई तक जारी रह सकता है।
देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश ने मानव जीवन और बुनियादी ढांचे को बुरी तरह प्रभावित किया है। प्रशासन अलर्ट पर है, लेकिन मौसम की गंभीरता को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की गई है।