देहरादून, 5 नवम्बर — गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व सोमवार को राजधानी देहरादून में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। शहर के विभिन्न गुरुद्वारों में दिनभर भजन-कीर्तन, अरदास और लंगर के आयोजन हुए, जिनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
मुख्य समारोह राजपुर रोड स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सभा में आयोजित हुआ, जहां सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ के पश्चात विशेष दीवान सजाया गया। संगत ने भक्ति भाव से गुरु वाणी का कीर्तन सुना और गुरु नानक देव जी के उपदेशों पर चलने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी गुरुद्वारा पहुंचे और मत्था टेका। उन्होंने गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं को समाज में समानता, सेवा और एकता का प्रतीक बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु नानक देव जी ने मानवता को प्रेम और करुणा का संदेश दिया, जो आज के समय में और भी प्रासंगिक है।
उन्होंने संगत को प्रकाश पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गुरु नानक देव के आदर्शों से प्रेरणा लेकर हमें समाज में समरसता और सद्भाव बनाए रखने की दिशा में कार्य करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों से मुलाकात की और राज्य सरकार की ओर से उन्हें सहयोग का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में शहरभर से आए श्रद्धालुओं ने भाग लिया। दीवान के बाद गुरु का लंगर वितरित किया गया, जिसमें लोगों ने मिल-बैठकर भोजन ग्रहण किया। पूरे शहर में प्रकाश पर्व के अवसर पर विशेष सजावट की गई थी और गुरुवाणी के स्वर से वातावरण आध्यात्मिक हो उठा।





