मालदेवता–सहस्रधारा क्षेत्र में बीते मानसून की भारी तबाही के बाद सिंचाई विभाग ने नदियों और नहरों पर बढ़ते अवैध कब्जों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्णय लिया है। विभाग ने 11 दिसंबर तक स्वयं कब्जा हटाने की चेतावनी दी है।
सौंग नदी किनारे रिसॉर्ट, कैफे और होमस्टे की बढ़ती संख्या ने नदी की प्राकृतिक चौड़ाई को बाधित किया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि अब किसी भी स्थिति में अतिक्रमण सहन नहीं किया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि निर्माण की अंधाधुंध दौड़, बदलते मौसम और नदियों के मुहाने संकुचित होने से आपदा का खतरा कई गुना बढ़ गया है।





