देहरादून: राजधानी के एक निजी अस्पताल में चिकित्सीय लापरवाही (Medical Negligence) का आरोप लगाते हुए परिजनों ने जमकर बवाल काटा। मामला एक युवक की ऑपरेशन के दौरान हुई मौत से जुड़ा है, जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा करते हुए डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाए। स्थिति को बिगड़ता देख मौके पर भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा।
घटना का विवरण: सामान्य सर्जरी बनी जानलेवा
- भर्ती और सर्जरी: परिजनों के अनुसार, युवक को एक सामान्य ऑपरेशन के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने सफल सर्जरी का आश्वासन दिया था, लेकिन ऑपरेशन थिएटर के भीतर ही उसकी स्थिति बिगड़ गई।
- अचानक मौत की सूचना: ऑपरेशन शुरू होने के कुछ समय बाद ही अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को युवक की मृत्यु की जानकारी दी। यह खबर सुनते ही परिजनों का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने अस्पताल के स्टाफ पर इलाज में कोताही बरतने का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया।
- हंगामे की स्थिति: परिजनों ने अस्पताल के मुख्य गेट को घेर लिया और संबंधित डॉक्टरों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की। इस दौरान अस्पताल कर्मियों और तीमारदारों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।
पुलिस और प्रशासन का हस्तक्षेप
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुँची और आक्रोशित लोगों को शांत कराने का प्रयास किया। पुलिस अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए निम्नलिखित कदम उठाए हैं:
- शव का पंचनामा: पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, ताकि मौत के सही कारणों का पता चल सके।
- मेडिकल बोर्ड: पुलिस प्रशासन ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) से इस मामले की जांच के लिए एक विशेष मेडिकल बोर्ड गठित करने का अनुरोध किया है।
- मुकदमा दर्ज: परिजनों की तहरीर के आधार पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
अस्पताल प्रबंधन का पक्ष
वहीं, अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि मरीज की स्थिति ऑपरेशन के दौरान अचानक ‘मल्टी-ऑर्गन फेलियर’ या ‘कार्डियक अरेस्ट’ के कारण बिगड़ी, जिसे बचाने का भरपूर प्रयास किया गया था।





