उत्तर प्रदेश के देवबंद में अवैध रूप से रह रहे एक अफगानिस्तानी नागरिक को रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) ने बांद्रा एक्सप्रेस ट्रेन से गिरफ्तार किया है, जिसका भारतीय वीजा चार साल पहले समाप्त हो चुका था। सोमवार सुबह मुंबई के व्यस्त रेल नेटवर्क में रूटीन चेकिंग के दौरान आरपीएफ टीम ने संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा, जो बिना वैध दस्तावेजों के यात्रा कर रहा था। पूछताछ में पता चला कि आरोपी देवबंद के मदरसों और आसपास के इलाकों में गैरकानूनी रूप से विचरण कर रहा था, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया।
आरपीएफ निरीक्षक ने बताया कि आरोपी की पहचान 32 वर्षीय अब्दुल्ला के रूप में हुई है, जिसके पास अफगानिस्तान का पासपोर्ट तो था, लेकिन वीजा 2021 में एक्सपायर हो चुका था। वह देवबंद पहुंचकर विभिन्न कामकाज के बहाने रह रहा था और बांद्रा एक्सप्रेस से मुंबई की ओर जा रहा था। तलाशी में उसके पास संदिग्ध दस्तावेज, मोबाइल फोन और नकदी बरामद हुई, लेकिन कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली। पूछताछ में उसने कबूल किया कि तालिबान शासन के बाद वह भारत आया और मजदूरी के लिए देवबंद में बस गया।
यह गिरफ्तारी देवबंद जैसे संवेदनशील इलाकों में अवैध प्रवासियों की मौजूदगी को उजागर करती है, जहां सुरक्षा एजेंसियां पहले से अलर्ट पर हैं। आरोपी को विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है, और डिटेंशन सेंटर भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई। आरपीएफ ने रेलवे ट्रेनों में विदेशी यात्रियों की जांच तेज कर दी है। सूत्रों के अनुसार, देवबंद पुलिस अब उसके संपर्कों की छानबीन कर रही है।
रेल मंत्रालय ने इसे गंभीर बताते हुए पूरे नेटवर्क में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अफगानिस्तान संकट के बाद ऐसे मामले बढ़े हैं, और सख्त निगरानी जरूरी है। यात्रियों से अपील की गई है कि संदिग्ध देखने पर तुरंत सूचना दें।





