उत्तर कोरिया ने अमेरिकी विदेश मंत्री पर हमला बोला है। उत्तर कोरिया को दुष्ट राज्य कहने पर किम जोंग प्रशासन ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी अशिष्ट और निरर्थक टिप्पणियां कभी भी अमेरिकी हितों को पूरा नहीं कर पाएंगीं। ऐसे शब्दों से कभी शत्रुता खत्म नहीं होगी। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका के विदेश नीति के प्रभारी ने अपने शब्दों और कामों के जरिये एक बार फिर डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) के प्रति अपने देश की शत्रुतापूर्ण नीति का प्रदर्शन किया है। रूबियो की टिप्पणी डीपीआरके के बारे में नए अमेरिकी प्रशासन की गलत सोच को दर्शाती है। इससे अमेरिकी हितों को कभी बढ़ाने में मदद नहीं मिल सकेगी।30 जनवरी को एक कार्यक्रम में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने विदेश नीति को लेकर उत्तर कोरिया और ईरान को दुष्ट देश करार दिया था। पिछले दिनों अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किम को स्मार्ट आदमी बताते हुए उत्तर कोरियाई यात्रा करने की बात पर सहमति जताई थी। ट्रंप ने कहा था कि वह उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग से संपर्क करने वाले है। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने किम के साथ अच्छा संबंध स्थापित किया है और किम धार्मिक कट्टरपंथी नहीं हैं। हाल ही में उत्तर कोरिया के तानशाह किम जोंग ने उत्पादन बेस का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने देश की परमाणु क्षमता को मजबूत करने का आह्वान किया था। किम के दौरे से साफ है कि अमेरिका से तनाव के बीच उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियारों का विस्तार कर रहा है। इससे पहले उत्तर कोरिया ने एक क्रूज मिसाइल प्रणाली का परीक्षण किया। इस साल में यह उनका तीसरा हथियार प्रदर्शन है। उत्तर कोरिया के इस कदम से यह पता चलता है कि वह अपने हथियार परीक्षणों और अमेरिका के खिलाफ अपने टकराव के रुख को फिलहाल बरकरार रखने वाला है।