देहरादून। उत्तराखंड में दिसंबर माह में जनसंपर्क के क्षेत्र का सबसे बड़ा आयोजन होने जा रहा है। इस अवसर पर सांसद संजय बंसल ने आगामी राष्ट्रीय जनसंपर्क सम्मेलन के ब्रोशर का विधिवत विमोचन किया। यह सम्मेलन देशभर के जनसंपर्क विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, मीडिया प्रतिनिधियों और सरकारी अधिकारियों का संगम साबित होगा। आयोजन समिति के अनुसार, सम्मेलन का उद्देश्य संचार माध्यमों की बदलती भूमिका, जनसंपर्क की आधुनिक चुनौतियों और तकनीकी नवाचारों पर विस्तृत विमर्श करना है।
संचार और जनसंपर्क की दिशा तय करेगा सम्मेलन
ब्रोशर विमोचन समारोह के दौरान सांसद बंसल ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनसंपर्क की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज के डिजिटल युग में सूचना का प्रवाह पहले से कहीं अधिक तेज़ हुआ है, ऐसे में जनसंपर्क अधिकारियों और विशेषज्ञों को सटीक, पारदर्शी और जनहितकारी संचार प्रणाली विकसित करनी होगी। उन्होंने कहा कि दिसंबर में आयोजित होने वाला यह सम्मेलन “जनसंपर्क का महाकुंभ” साबित होगा, जो नीति निर्धारण से लेकर कार्यान्वयन तक नई दृष्टि प्रदान करेगा।
कई राज्यों से आएंगे विशेषज्ञ
आयोजन समिति के अध्यक्ष ने बताया कि सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों से वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी, मीडिया विशेषज्ञ, पत्रकार, अकादमिक शोधकर्ता और कॉरपोरेट कम्युनिकेशन प्रोफेशनल शामिल होंगे। तीन दिवसीय इस सम्मेलन में पैनल डिस्कशन, कार्यशालाएं, केस स्टडी प्रस्तुति और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
नई तकनीक और सोशल मीडिया पर होगा विशेष सत्र
जनसंपर्क के क्षेत्र में तेजी से बढ़ती तकनीकी भूमिका को देखते हुए सम्मेलन में सोशल मीडिया मैनेजमेंट, डिजिटल पब्लिक रिलेशन, एआई-आधारित कम्युनिकेशन टूल्स और फेक न्यूज की चुनौती जैसे विषयों पर विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन सत्रों में युवा प्रोफेशनल्स और विद्यार्थियों को नई कार्यप्रणालियों से अवगत कराया जाएगा।
कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों ने कहा कि जनसंपर्क केवल सूचना का माध्यम नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने की मजबूत कड़ी है। इसके माध्यम से सरकार और जनता के बीच संवाद स्थापित होता है। इस सम्मेलन से यह उम्मीद की जा रही है कि जनसंपर्क की पारंपरिक और आधुनिक दोनों विधाओं के बीच संतुलन स्थापित होगा।
आयोजन स्थल की सजावट, प्रतिभागियों के आवास, पंजीकरण और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। आयोजन समिति ने बताया कि जल्द ही सम्मेलन की विस्तृत रूपरेखा और वक्ताओं की सूची भी सार्वजनिक की जाएगी।