Friday, October 24, 2025

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दिवाली से पहले बाजारों में जबरदस्त रौनक, ₹3.5 लाख करोड़ से अधिक की खरीदारी की उम्मीद

नई दिल्ली। दिवाली से पहले देशभर के बाजारों में जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। खुदरा व्यापारियों से लेकर ई-कॉमर्स कंपनियों तक, सभी का मानना है कि इस साल त्योहारी खरीदारी नए रिकॉर्ड कायम करेगी। विशेषज्ञों का अनुमान है कि बढ़ती मांग और उपभोक्ता विश्वास के बल पर भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर–दिसंबर) में नई ऊंचाई हासिल कर सकती है।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) और अन्य व्यापारिक संगठनों की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल दिवाली सीजन में ₹3.5 लाख करोड़ से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष की तुलना में करीब 20 प्रतिशत अधिक है। इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, ज्वेलरी, परिधान, एफएमसीजी और रियल एस्टेट सेक्टर में मांग सबसे अधिक देखी जा रही है।

ई-कॉमर्स कंपनियों जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट, मीशो और टाटा न्यू ने भी त्योहारी बिक्री के पहले चरण में अब तक के सर्वोच्च ऑर्डर दर्ज किए हैं। ऑनलाइन बिक्री में ग्रामीण और छोटे शहरों की भागीदारी उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, उपभोक्ताओं के बीच “प्रेमियम प्रोडक्ट्स” और “अपग्रेडिंग ट्रेंड” तेजी से बढ़ा है।

आर्थिक विश्लेषकों का कहना है कि इस उत्सव सीजन में न केवल खुदरा बिक्री में उछाल आएगा, बल्कि यह देश के विकास दर (GDP) को भी सकारात्मक दिशा देगा। कई विशेषज्ञों का अनुमान है कि तीसरी तिमाही में भारत की GDP वृद्धि दर 8 प्रतिशत के करीब पहुंच सकती है।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बढ़ती उपभोक्ता मांग, स्थिर मुद्रास्फीति और मजबूत औद्योगिक उत्पादन ने बाजार के माहौल को अनुकूल बनाया है। उन्होंने कहा, “त्योहारी सीजन में उपभोग आधारित अर्थव्यवस्था को जो बल मिलता है, उसका असर अगले दो तिमाहियों तक बना रहता है।”

इस बीच, ज्वेलरी और ऑटो सेक्टर में रिकॉर्ड बुकिंग दर्ज की जा रही है। कारोबारी संगठनों के मुताबिक, सोने-चांदी की बिक्री पिछले साल की तुलना में 25 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि ऑटोमोबाइल शोरूम्स में नई बुकिंग्स का आंकड़ा अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छू रहा है।

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल ग्रामीण अर्थव्यवस्था की स्थिति भी बेहतर है, जिससे खरीदी की रफ्तार और तेज हुई है। अच्छी मानसूनी बारिश और बढ़ती कृषि आय ने गांवों की क्रय शक्ति को बढ़ाया है।

व्यापारियों का मानना है कि यह सीजन पोस्ट-पैंडेमिक रिकवरी’ का सबसे मजबूत संकेत है। दिल्ली के सर्राफा व्यापारी संघ के अध्यक्ष ने कहा, “लोग इस बार खुलकर खर्च कर रहे हैं। चार साल बाद ऐसा दिवाली बाजार देखने को मिल रहा है, जहां हर सेक्टर में मांग चरम पर है।”

अर्थशास्त्रियों का मानना है कि यदि यह रुझान दिसंबर तक जारी रहा, तो यह वित्त वर्ष 2025–26 की पहली छमाही में भारत को दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में और मजबूती से स्थापित करेगा।

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