प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल शुक्रवार को फूंकेंगे। रोहिणी के जापानी पार्क में पीएम रैली को संबोधित करेंगे और दिल्ली के विकास की कार्ययोजना पेश करते हुए 4500 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं की सौगात देंगे। वहीं, प्रधानमंत्री की दूसरी रैली पांच जनवरी को पूर्वी दिल्ली के सीबीडी ग्राउंड में प्रस्तावित है।इस मौके पर प्रधानमंत्री दिल्ली मेट्रो के फेज-4 के तहत रिठाला-नरेला-कुंडली लाइन का शिलान्यास और दिल्ली-सहारनपुर नेशनल हाईवे के शुभारंभ के साथ ही दिल्ली को जाम व प्रदूषण मुक्त करने के लिए चार मुख्य प्रोजेक्टों से अवगत कराएंगे। भाजपा जनसभाओं में भारी भीड़ जुटाने की तैयारी में है।मंडल अध्यक्षों को कम से कम दो बसें भरकर लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत, योगेंद्र चांदौलिया और रामवीर सिंह बिधूड़ी को रैली आयोजित करने के लिए प्रभारी बनाया गया है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि रैलियों में मोदी की गारंटी की घोषणा होगी। भाजपा की रणनीति चुनाव कार्यक्रम के ऐलान से पहले उम्मीदवारों की सूची को भी अंतिम रूप देने की है। यह भी संभव है कि दोनों रैलियों के बाद चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित कर दे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 जनवरी को पूर्वी और पश्चिमी दिल्ली में दो नए दिल्ली विश्वविद्यालय परिसरों के साथ-साथ वीर सावरकर के नाम पर एक कॉलेज की आधारशिला रख सकते हैं। विश्वविद्यालय के सूत्रों ने यह जानकारी दी। यह कॉलेज नजफगढ़ में सावरकर कॉलेज 140 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनाया जाएगा। इसे 2021 में डीयू की कार्यकारी परिषद ने मंजूरी दी थी।
सूत्रों के मुताबिक, विश्वविद्यालय ने पीएम मोदी को निमंत्रण भेजा है और प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से पुष्टि का इंतजार कर रहा है। वहीं, विश्वविद्यालय ने दो कॉलेजों की स्थापना के लिए नजफगढ़ और फतेहपुर बेरी में दो भूखंड आवंटित किए हैं। सूरजमल विहार में प्रस्तावित पूर्वी परिसर की स्थापना 373 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से की जाएगी। वहीं, द्वारका में पश्चिमी परिसर की लागत 107 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है। कार्यकारी परिषद ने 2021 में दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज के नाम पर एक कॉलेज का नाम रखने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी थी। डीयू के कुलपति योगेश सिंह को दो आगामी कॉलेजों के लिए नामों के समूह में से नाम चुनने का अधिकार दिया गया था। नामों की इस सूची में सावरकर के अलावा स्वामी विवेकानंद, वल्लभभाई पटेल, सावित्रीबाई फुले जैसे नाम भी शामिल थे।