तमिलनाडु की राजनीति में बड़ा सियासी घटनाक्रम सामने आया है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) के नेतृत्व वाली AIADMK कैडर राइट्स रिट्रीवल कमेटी ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी है। यह फैसला मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन से मुलाकात के कुछ ही घंटे बाद लिया गया।
इसकी जानकारी समिति के वरिष्ठ नेता पनरुट्टी एस. रामचंद्रन ने दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ओपीएस स्वयं भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि ओपीएस आगामी दिनों में तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों का दौरा करेंगे और भविष्य के गठबंधन को लेकर निर्णय लिया जाएगा।
नाराज़गी की वजह क्या है?
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात न हो पाने और SSA फंड वितरण में देरी पर ओपीएस की सार्वजनिक आलोचना इस राजनीतिक दूरी की मुख्य वजह बनी।
TVK से संभावित गठबंधन?
हालांकि ओपीएस ने अभिनेता विजय की पार्टी तमिलागा वेत्त्री कझगम (TVK) के साथ संभावित गठबंधन की अटकलों से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा—“वक्त आने पर देखा जाएगा।”
गौरतलब है कि ओपीएस पहले AIADMK के बड़े चेहरे थे, लेकिन पार्टी में आंतरिक संघर्ष के चलते उन्होंने अलग फ्रैक्शन बना लिया था। एनडीए से अलगाव अब 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में नई राजनीतिक ध्रुवीकरण की संभावना को जन्म दे रहा है।