देहरादून: राजधानी देहरादून की सड़कों पर अब शराब पीकर वाहन चलाना और निर्धारित गति सीमा से अधिक रफ्तार में गाड़ी दौड़ना चालकों को भारी पड़ने वाला है। शहर में बढ़ते सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस महानिरीक्षक और एसएसपी ने एक नई सुरक्षा रणनीति तैयार की है। इसके तहत शहर के मुख्य प्रवेश द्वारों और संवेदनशील रास्तों पर 14 विशेष नाके (चेक पॉइंट्स) स्थापित किए गए हैं, जहाँ से गुजरने वाले हर संदिग्ध वाहन की बारीकी से जांच की जाएगी।
ओवर स्पीडिंग और स्टंटबाजी पर पैनी नजर
पुलिस विभाग ने स्पष्ट किया है कि देर रात होने वाली रेसिंग और स्टंटबाजी को रोकने के लिए इन 14 नाकों पर आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जाएगा। इन केंद्रों पर पुलिसकर्मी स्पीड गन के साथ तैनात रहेंगे, जो दूर से ही तेज रफ्तार वाहनों की गति को रिकॉर्ड कर लेंगे। यदि कोई वाहन चालक तय सीमा से अधिक गति पर पाया जाता है, तो उसका तत्काल चालान काटने के साथ-साथ वाहन सीज करने की कार्रवाई भी की जा सकती है।
इंटरसेप्टर और ब्रेथ एनालाइजर का उपयोग
‘ड्रिंक एंड ड्राइव’ के मामलों को शून्य पर लाने के लिए पुलिस की टीमें ब्रेथ एनालाइजर (Breath Analyzer) से लैस होंगी।
- सघन तलाशी: हर नाके पर बैरियर लगाकर वाहनों को रोका जाएगा।
- अल्कोहल टेस्ट: संदेह होने पर वाहन चालक का मौके पर ही अल्कोहल टेस्ट किया जाएगा।
- कड़ी सजा: शराब के नशे में पाए जाने पर न केवल भारी जुर्माना लगाया जाएगा, बल्कि चालक का ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने की सिफारिश भी आरटीओ (RTO) से की जाएगी।
हादसों को रोकने के लिए ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति
देहरादून पुलिस का कहना है कि शहर के राजपुर रोड, ईसी रोड, चकराता रोड और हरिद्वार बाईपास जैसे इलाकों में अक्सर तेज रफ्तार और नशे की वजह से दुर्घटनाएं होती हैं। इन 14 नाकों की घेराबंदी इस तरह से की गई है कि कोई भी नियम तोड़ने वाला चालक बचकर न निकल सके। प्रशासन ने इसे ‘जीरो टॉलरेंस’ अभियान का नाम दिया है, ताकि नए साल और आगामी त्यौहारों के दौरान सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सके।
स्मार्ट सिटी कैमरों से भी होगी निगरानी
इन भौतिक नाकों के अलावा, शहर में लगे स्मार्ट सिटी के CCTV कैमरों के जरिए भी कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है। यदि कोई चालक नाका देखकर रास्ता बदलने की कोशिश करता है या पुलिस को चकमा देता है, तो उसकी सूचना अगले पॉइंट पर तैनात टीम को तुरंत दे दी जाएगी।\
प्रशासन की चेतावनी:
“सड़कों पर सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। 14 नाकों की यह व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि कानून का पालन करने वाले नागरिकों को सुरक्षा मिले और नियम तोड़ने वालों के मन में डर रहे। हम जनता से अपील करते हैं कि नशे में वाहन न चलाएं और गति सीमा का पालन करें।” — पुलिस प्रशासन, देहरादून





