अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता मिलने पर चीन के खिलाफ कड़ी नीति अपनाने के संकेत दिए हैं। 78 वर्षीय ट्रंप के डेढ़ घंटे से भी अधिक के भाषण में चीन का ज़िक्र सबसे ज़्यादा 14 बार हुआ। उन्होंने रूस का नौ बार, जबकि ईरान का आठ बार ज़िक्र किया। चार दिवसीय रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के समापन के मौके पर शुक्रवार को ट्रंप ने संकेत दिया कि उनकी विदेश नीति पिछले कार्यकाल (2017-2020) की तुलना में अधिक सख्त होगी। ट्रंप ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा, ‘मैं आपको यह बताता हूं कि अमेरिका अपने बंधकों को वापस और सुरक्षित देखना चाहता है। बेहतर होगा कि सभी बंधक मेरे पदभार ग्रहण करने से पहले वापस आ जाएं अन्यथा आपको बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।’ नवंबर में होने वाले चुनाव में जीत के प्रति आश्वस्त दिख रहे ट्रंप ने कहा, आम चुनाव में हमारी जीत के साथ, युद्ध, कमजोरी और अराजकता के वर्ष खत्म हो जाएंगे।चीन ताइवान की परिक्रमा कर रहा है। रूसी युद्धपोत और परमाणु पनडुब्बियां क्यूबा के तट से महज 60 मील दूर हैं। चुनौतीपूर्ण समय के बावजूद अमेरिका एक नए स्वर्ण युग कायम करने की दहलीज पर है। रिपब्लिकन खेमे में उत्साह का संचार करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने देश को महान बनाने का आह्वान भी किया। ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ की थीम पर पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, हम ऐसे कालखंड का निर्माण करेंगे, जो पहले कभी नहीं देखा गया। इसे याद रखें। चीन ऐसा करना चाहता है। जापान ऐसा करना चाहता है। ये सभी देश ऐसा करना चाहते हैं। अगर हम नई ऊर्जा का उत्पादन करने जा रहे हैं तो हमें भारी मात्रा में ऊर्जा का उत्पादन करना होगा। कुछ चीजें की गई हैं, बहुत कुछ हम करने जा रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के इस्तेमाल के लिए बहुत अधिक बिजली की जरूरत है। हमारे देश में अभी उपलब्ध बिजली से लगभग दोगुनी बिजली एआई को चाहिए। हमें इस पर विचार करना होगा।
चीन का जिक्र करते हुए पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि बगराम एयर बेस अब चीन के नियंत्रण में है। बाइडन प्रशासन ने बगराम छोड़ दिया, जो दुनिया में सबसे बड़े ठिकानों में से एक है। यहां सबसे लंबे रनवे हैं।हमने इसे छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि इसकी सामरिक अहमियत है, ऐसा नहीं है कि ये उन्हें निजी तौर पर बगराम केवल अफगानिस्तान की वजह से पसंद है। मुझे यह चीन की वजह से पसंद आया। यह उस जगह से एक घंटे की दूरी पर है जहां चीन अपने परमाणु हथियार बनाता है। बदले हुए हालात में आप अच्छे से जानते हैं कि अब बगराम किसके पास है। इस पर अमेरिका का अधिकार था लेकिन, यह अब चीन के कब्जे में है। इसी तरह चीन ताइवान के भी चक्कर लगा रहा है।