अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है। ऐसे में, रिपब्लिकन की ओर से डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट्स की तरफ से जो बाइडन मैदान में हैं। दोनों प्रतिद्वंद्वी एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। दोनों ही नेताओं को जितना लोग समर्थन देते हैं, उतना ही उनसे सहमति नहीं रखने वाले भी हैं। पोटस की पूर्व उम्मीदवार और रिपब्लिकन नेता निक्की हेली ने ट्रंप से सहमति नहीं रखने वालों से बात करने की इच्छा जताई। वहीं, उन्होंने रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में साफ कर दिया कि वह पूर्व राष्ट्रपति का समर्थन कर रही हैं। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट कर कहा, ‘हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि कुछ अमेरिकी हैं जो डोनाल्ड ट्रंप से सौ फीसदी सहमत नहीं हैं। मैं उनमें से कुछ को जानती हूं। मैं आज रात उनसे बात करना चाहती हूं। उनके लिए मेरा संदेश सरल है। आपको ट्रंप को वोट देने के लिए हर समय उनसे सहमत होने की जरूरत नहीं है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘जब बराक ओबामा राष्ट्रपति थे तो व्लादिमीर पुतिन ने क्रीमिया पर हमला किया था। वहीं जो बाइडन के राष्ट्रपति होते हुए पुतिन ने पूरे यूक्रेन पर आक्रमण किया। मगर जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति थे, पुतिन ने कुछ नहीं किया। कोई हमला नहीं, कोई युद्ध नहीं। पुतिन ने यूक्रेन पर हमला नहीं किया क्योंकि उन्हें पता था कि डोनाल्ड ट्रंप सख्त हैं। एक मजबूत राष्ट्रपति युद्ध शुरू नहीं करता। एक मजबूत राष्ट्रपति युद्धों को रोकता है।’ पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में रिपब्लिकन पार्टी के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में ओहायो के सीनेटर जेडी वैंस को चुना है। रिपब्लिकन और डेमोक्रेट खेमे के नेता प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इस बीच, हाल ही में एक चुनावी रैली में रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप पर गोलीबारी की गई थी। इस हमले में पूर्व राष्ट्रपति बाल-बाल बच गए। इस पूरी घटना के चलते जो बाइडन प्रशासन पर सवाल खड़े हो गए हैं। अमेरिका की ओर से कई प्रमुख आवाजों ने रैली स्थल पर सुरक्षा तैयारियों पर सवाल उठाए हैं, वहीं कुछ रिपब्लिकन नेताओं ने एक कदम आगे बढ़कर बाइडन पर निशाना साधा है।





