प्रधानमंत्री मोदी के आगमन से पहले ब्लेयर हाउस में अमेरिकी ध्वज की जगह भारतीय ध्वज लगाया गया। आज सुबह वाशिंगटन पहुंचने पर प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान ब्लेयर हाउस में ठहरेंगे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान एलन मस्क से मिलेंगे और इस दौरान दक्षिण एशियाई बाजार में स्टारलिंक के प्रवेश पर चर्चा हो सकती है। दरअसल, स्टारलिंक भारत में प्रवेश करना चाहता है। भारत सरकार ने मस्क के इस विचार का समर्थन किया है कि स्पेक्ट्रम की नीलामी के बजाय उसे आवंटित किया जाना चाहिए। हालांकि, स्टारलिंक के लाइसेंस आवेदन की अभी भी समीक्षा की जा रही है।वाशिंगटन, डी.सी. पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। तुलसी गबार्ड से मुलाकात को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि वाशिंगटन डीसी में यूएसए की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक, तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। उनकी नियुक्ति पर उन्हें बधाई दी। इस दौरान भारत-अमेरिका दोस्ती के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसकी वह हमेशा एक मजबूत समर्थक रही हैं।पीएम मोदी जब अमेरिका पहुंच कर डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे, तो वह नए राष्ट्रपति से मिलने वाले दुनिया के महज तीसरे नेता होंगे। मोदी से पहले इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और जापान के शिगेरु इशिबा का ही ट्रंप ने व्हाइट हाउस में स्वागत किया था। ट्रंप के शपथग्रहण के एक महीने के अंदर ही भारत-अमेरिका के शीर्ष नेताओं की मुलाकात दोनों देशों के रिश्तों की अहमियत भी दर्शाती है। वाशिंगटन पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने भी ट्वीट किय। उनहोंने लिखा कि कुछ समय पहले ही वाशिंगटन डीसी पहुंचा हूं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने और भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं। हमारे देश अपने लोगों के लाभ और हमारे ग्रह के बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करते रहेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे लिखा कि सर्दी के मौसम में गर्मजोशी से स्वागत। ठंड के मौसम के बावजूद, वाशिंगटन डीसी में भारतीय प्रवासियों ने मेरा बहुत ही विशेष स्वागत किया है। मैं उनका आभार व्यक्त करता हूँ।