अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने से पहले निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिवंगत सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए अर्लिंगटन नेशनल सेमेट्री पहुंचे। यहां उन्होंने अमेरिकी परंपरा के तहत देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। ट्रंप के साथ उनके कार्यकाल में उपराष्ट्रपति बनने वाले जेडी वेंस ने भी सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित की। परंपरा के मुताबिक इस समारोह में दोनों शीर्ष नेताओं की पत्नियां मेलानिया और भारतवंशी ऊषा वेंस भी मौजूद रहीं। अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने वाले हैं। अमेरिकी इतिहास के 47वें राष्ट्रपति बनने जा रहे ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह इसलिए भी यादगार होगा क्योंकि 40 साल बाद समारोह कैपिटल रोटुंडा में होने वाला है। साथ ही इस समारोह की खास बात ये भी है कि पहली बार अमेरिका के एक चुने हुए राष्ट्रपति ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में विदेशी नेताओं को बुलाया है।20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप अपने शपथ ग्रहण समारोह में दो बाइबल का इस्तेमाल करने वाले है। यह बाइबल ट्रंप को उनकी मां ने दी थी। अवसर था जब 1955 में ट्रंप ने न्यूयॉर्क के जमैका स्थित संडे चर्च स्कूल से ग्रेजुएशन पूरी की थी। यह बाइबल 1953 का संशोधित मानक संस्करण है और इसके कवर पर ट्रंप का नाम लिखा हुआ है।