पाकिस्तानी मीडिया द्वारा अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संभावित पाकिस्तान यात्रा को लेकर फैलाया जा रहा भ्रम आखिरकार बेनकाब हो गया है। व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को स्पष्ट रूप से कहा कि ट्रंप फिलहाल पाकिस्तान नहीं जा रहे हैं।
क्या दावा कर रहा था पाकिस्तानी मीडिया?
गुरुवार को पूरे दिन पाकिस्तानी मीडिया में “सूत्रों” के हवाले से खबरें चलती रहीं कि सितंबर में ट्रंप इस्लामाबाद का दौरा करेंगे और इसके बाद भारत भी आएंगे। कई प्रमुख चैनलों और अखबारों ने इस पर विशेष प्रसारण तक किया। हालांकि कुछ ही घंटों बाद कई मीडिया संस्थानों ने चुपचाप अपनी खबरें हटा लीं।
व्हाइट हाउस का सख्त जवाब
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने इन अफवाहों पर विराम लगाते हुए साफ किया कि
“डोनाल्ड ट्रंप की पाकिस्तान यात्रा को लेकर कोई योजना नहीं है।”
उन्होंने बताया कि 25 से 29 जुलाई के बीच ट्रंप स्कॉटलैंड का दौरा करेंगे, जहां वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से व्यापार समझौतों को लेकर चर्चा करेंगे।
पाकिस्तान की विदेश नीति पर भी उठे सवाल
इस प्रकरण पर पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने भी गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की किसी यात्रा की कोई जानकारी नहीं है। इससे स्पष्ट है कि इस खबर का कोई आधिकारिक आधार नहीं था, बल्कि यह केवल आंतरिक राजनीतिक माहौल बनाने और जनता को भ्रमित करने की कोशिश थी।
अमेरिका-यूके व्यापार समझौता चर्चा में
ट्रंप की आगामी यात्रा का मकसद ब्रिटेन के साथ 30 जून को लागू हुए नए व्यापार समझौते को मजबूती देना है। इसमें ब्रिटिश ऑटोमोबाइल और एअरोस्पेस कंपनियों के लिए अमेरिकी बाजार में टैक्स कटौती की व्यवस्था की गई है।
डोनाल्ड ट्रंप की पाकिस्तान यात्रा की खबर पूरी तरह बुनियादहीन और प्रोपेगैंडा साबित हुई।
व्हाइट हाउस की सख्त प्रतिक्रिया ने पाकिस्तानी मीडिया की गैर-जिम्मेदार रिपोर्टिंग और तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने की प्रवृत्ति को दुनिया के सामने उजागर कर दिया है।
यह घटनाक्रम पाकिस्तान की राजनयिक साख और मीडिया विश्वसनीयता दोनों के लिए एक करारा झटका है।